वहीं लॉकडाउन-4 को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ( CM
Arvind Kejriwal ) ने बड़ा बयान दिया है। मीडिया से बातचीत में सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि आखिर लॉकडाउन का चौथा चरण कैसे लागू होगा।
तेजी से बढ़ रहा है साल का पहला चक्रवाती तूफान अंफन, जानें देश के किन राज्यों पर पड़ेगा असर लॉकडाउन-4 को लेकर देशभर में चर्चाएं जोरों पर हैं। 18 मई से शुरू होने वाले लॉकडाउन के चौथे चरण को लेकर राज्य सरकारें भी लगातार मंथन में जुटी है। वहीं दिल्ली की आप सरकार को भी राजधानी के 5 लाख से ज्यादा लोगों ने सलाह दी है कि लॉकडाउन-4 में किन चीजों में छूट दी जानी चाहिए और किन क्षेत्रों में पाबंदी जारी रहनी चाहिए।
दिल्ली सीएम ने बताया कि सरकार ने लोगों से जो लॉकडाउन के चौथे चरण के लिए सुझाव मांगे थे उसका अनुभव काफी अच्छा रहा। लोगों ने पांच लाख सुझाव दिए हैं और इनमें इसमें मास्क न पहनने पर कड़ी कार्रवाई, ऑड-ईवन से दुकान खुलने देने जैसे विचार प्रमुख रूप से शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सरकार इन पर विचार करने बाद अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंप देगी।
उन्होंने कहा कि इन परिस्थितियों में केंद्र सरकार के पास विशेष अधिकार होते हैं और अंतिम निर्णय उसे ही करना है कि राज्य किस प्रकार से काम करेंगे। लॉकडाउन में छूट को लेकर अब उन्होंने गेंद केंद्र सरकार के पाले में डाल दी है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत में बताया कि लॉकडाउन लागू करना काफी आसान था, लेकिन इसमें छूट देना और इसे हटाना काफी मुश्किल है। ऐसे शुरू हो ट्रांसपोर्ट
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि राजधानी में ट्रांसपोर्ट किस तरह शुरू किया जाए, इसको लेकर भी लोगों को सुझाव दिया। लोगों के सुझाव के मुताबिक ऑटो रिक्शा, टैक्सी चलाए जाने चाहिए। ऑटो में एक सवारी और टैक्सी में दो सवारी की अनुमति दी जानी चाहिए।
गोवा में आने वाले लोगों को लेकर मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने किया बड़ा ऐलान इसी तरह बसों और मेट्रो को भी शर्तों के साथ खोलने के सुझाव हैं। वहीं दुकानों को खोलने के लिए ऑड ईवन का सुझाव दिया गया है।
बंद रहें सैलून, स्पा
सीएम ने बताया कि लोगों की ओर से दिए गए सुझावों के मुताबिक सैलून और स्पा जैसी सुविधाओं पर पाबंदी जारी रखना चाहिए। स्कूल भी गर्मियों की छुट्टियों के बाद यानी जून के बाद ही खोले जाएं। बुजुर्गों को घर ना निकलने ( इमरजेंसी के अलावा ) दिया जाए।