बैठक में नेवी चीफ एडमिरल सुनील लांबा, नेवी चीफ वाइस एडमिरल करमबीर सिंह और डायरेक्टर जनरल कोस्ट गार्ड राजेंद्र सिंह प्रमुख रूप से शामिल हुए। रक्षा मंत्री ने उच्चअधिकारियों से देश की समुद्री सुरक्षा को लेकर जानकारी ली और इसे बढ़ाने को लेकर अहम पहलुओं पर चर्चा भी हुई।
तटरक्षक बल के अधिकारियों के मुताबिक तुतिकोरीन, मंडपम और करईकल में मौजूद सभी जहाजों को निगरानी के काम में लगा दिया गया है, ताकि किसी भी तरह की वारदात को होने से पहले ही रोका जा सके। वहीं खुफिया सूचना के आधार पर तटरक्षक बल पहले से ही सतर्क है लेकिन श्रीलंका में हुए बम धमाकों के बाद सतर्कता और सुरक्षा पहले से ज्यादा चाक चौबंद कर दी गई है।