देश में कोविड-19 के नए मामलों में कमी पर डरा रहे हैं यह आंकड़े, जानिए ये 10 फैक्ट
रोजाना 19 लाख वैक्सीन डोज की कमी
21 जून के शुरुआती हफ्ते में रोजाना करीब 61.1 लाख टीके लगाए जा रहे थे। इसके बाद 28 जून से 4 जुलाई तक यह आंकड़ा 42 लाख पर आ गया। रिपोर्ट के मुताबिक टीकाकरण में कम से चिंता बढ़ गई है। सरकार जुलाई में प्रतिदिन टीकाकरण का लक्ष्य 40 से 45 लाख वैक्सीन की डोज का रखा है। इस प्रकार से इस महीने करीब 12 करोड़ वैक्सीन डोज सप्लाई करने का लक्ष्य है। वहीं आज भी कई लोगों के मन में वैक्सीन को लेकर हिचक बनी हुई है। यह भी एक कारण माना जा रहा है।
इसलिए धीमी पड़ी वैक्सीनेशन की रफ्तार
मीडिया में चल रही रिपोर्ट्स के अनुसार, बेंगलुरु में स्थित भारत बायोटेक के प्लांट में कुछ खामियां के कारण वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी हुई है। इसका असर ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरों में साफ नजर आ रहा है। ग्रामीण इलाकों की बात करें तो 25 से 30 जून के बीच रोजाना वैक्सीन की 9.9 लाख डोज लग रही थीं। अब 1 से 9 जुलाई के बीच इसकी संख्या 8 लाख डोज के करीब पहुंच गई है। वहीं शहरों में 25 से 30 जून के बीच कोरोना वैक्सीन की रोजाना डोज 8 से 31.8 लाख के बीच थी। अब यह घटकर 1 जुलाई से 9 जुलाई के बीच सिर्फ 7.6 लाख डोज पर आ गई है।
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आर वैल्यू में भी गिरावट
एक रिपोर्ट के अनुसार, 20 जून से लेकर 7 जुलाई तक पूरे देश की आर वैल्यू 0.88 थी। यह आर वैल्यू 15 मई से 26 जून के बीच 0.78 थी। यानी हर 100 संक्रमित लोगों का समूह अब औसतन 88 लोगों को संक्रमित कर रहा है। हालांकि पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण मामले में लगातार गिरावट देखी जा रही है। लेकिन कोविड की तीसरी लहर ने सभी की चिंता बढ़ा दी है।
आने वाले दिनों तेज होगी वैक्सीनेशन की रफ्तार
केंद्र सरकार दावा कर रही है कि कोरोना के खिलाफ देशभर में जंग जारी है। केंद्र राज्यें सरकारों के सहयोग से वैक्सीनेशन अभियान चल रही है। आने वाले दिनों में वैक्सीन की डोज की रफ्तार को तेज करने की योजना बना ली है। सरकार का तीसरी लहर आने से सभी के लिए वैक्सीन की डोज उपलब्धत का लक्ष्य है।