दरअसल पिछले कई दिनों से चेन्नई में भीषण जल संकट ( Chennai water crisis ) का सामना कर रहा है। ऐसे में सरकार चेन्नई की समस्या को हल करने के लिए अब अन्य जिलों से यहां पानी पहुंचाया रही है।
50 रेलवे वैगनों में 2.5 एमएलडी पानी चेन्नई के विलिवक्कम रेलवे यार्ड तक पहुंच गया है। यहां से पानी को किलपक्कम के जल संग्रहण में ले जाया जाएगा जहां से इसे आवासों में वितरित किया जाएगा।
मंत्री डी जयकुमार ( D jayakumar ) और एसपी वेलुमनी ( SP Velumani ) समेत कई नेता चेन्नई के विकिवक्कम रेलवे यार्ड में मौजूद रहे। पानी लाने वाली पहली ट्रेन का सभी नेताओं ने जोरदार स्वागत भी किया।
चेन्नई के इन जलाशयों में पिछले वर्ष की तुलना में सिर्फ एक फीसदी पानी ही बचा है। ये कुल क्षमता का महज 0.2 फीसदी है। यही वजह है कि पाइप लाइन से शहर में पानी की सप्लाई 40 फीसदी तक घटा दी गई है।
46 लाख से ज्यादा लोगों को नहीं मिल रहा पानी
चेन्नई में छाए जल संकट का आलम यह है कि यहां 46 लाख से ज्यादा लोगों को पानी नसीब नहीं हो रहा है। शहर के दक्षिण इलाके में लोग तीन से चार घंटे लाइन में लगकर पानी ले पाते हैं।
टैंकरों से बंट रहा पानी
पानी को लेकर स्थिति यह है कि कई बार अलग-अलग इलाकों में हिंसा हो चुकी है। दरअसल नगर निगम की ओर से टैंकर के जरिये पानी की सप्लाई की जा रही है। निगम की ओर से टोकन भी वितरित किए जाते हैं इन्हीं को लेकर कई बार झगड़ा हो जाता है।
4 से 6 हजार टैंकर की कीमत
चेन्नई में चल रहे पानी के संकट के बीच टैंकर मालिकों की चांदी कट रही है। प्राइवेट मालिक प्रति टैंकर 4000 रुपये से 6000 रुपये तक वसूल रहे हैं। उसके लिए एक हफ्ते तक की वेटिंग चल रही है।