गुजरात में 9 और 14 दिसबंर को चुनाव
गौरतलब है कि गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को मतदान है। खुफिया जानकारी के मुताबिक इस दौरान आतंकी यहां किसी बड़ी वारदात के अंजाम दे सकते हैं। हालांकि सुरक्षा ऐजेंसियां अलर्ट पर है।
आतंकियों के खिलाफ अभियान से बौखलाया संगठन दरअसल कश्मीर घाटी में सुरक्षाबलों की ओर से चलाए जा रहे आतंकवादी के खिलाफ अभियान से आतंकी सगंठन बौखला गया है। जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर ने अपने भतीजे की मौत के बाद आतंक फैलाने का ऐलान किया है। तल्हा राशीद की मौत से विचलित मसूद अजहर बौखलाया हुआ है। आतंकी संगठन देश के राजनीतिक हस्तियों को निशाना बनाने की योजना बना रहा है। एक अंग्रेजी अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया कि आतंकी संगठन जैश एक बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में है। इसके लिए उसने एक स्पेशल टीम भी बनाई है।
आतंकी संगठनों के निशाने पर कौन? खुफिया एजेंसियों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, कई केंद्रीय मंत्री और कई राज्यों के मुख्यमंत्री उसके निशाने पर हैं। खुफिया एजेंसियों ने इस बारे में सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक जैश के निशाने पर ऐसे नेता हैं जो कम सिक्योरिटी के साथ चलते हैं।
किसको मिली हमले की जिम्मेदारी?
मसूद अजहर ने इस हमले की जिम्मेदारी बांग्लादेश कैडर्स को दी है। खुफिया एजेंसियों ने आशंका जताई है कि इन आतंकियों ने सीमा पार कर भारत में प्रवेश कर लिया है। जिस वजह से सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने को कहा गया है।
भतीजे की मौत के बाद दी थी धमकीआपको बता दें कि नवंबर के पहले हफ्ते में सेना ने कश्मीर में तीन आतंकियों को ढेर किया था। इसमें जैश सरगना मसूद अजहर का भतीजा भी था। जैश ने अपनी धमकी में कहा था कि
भारतीय सेना को इसका परिणाम भुगतना होगा और वो दिन दूर नहीं जब सेना को घाटी से जाना होगा। जैश की धमकी पर भारतीय सेना प्रमुख ने कहा था कि हमें फर्क नहीं पड़ता कि मारा गया आतंकी मजूद का भतीजा था या फिर कोई और। हम आतंकियों के सफाए में लगे हुए हैं और उनका खात्मा करते रहेंगे।