चोरी का माल बेचते पकड़े गए
एसपी अभिनंदन ने बताया कि बीते दिनों मगरहा निवासी दिलीप सिंह के घर में चोरी हुई थी। तभी से पुलिस इन चोरों की तलाश में थी। मंगलवार को चोरी का माल बेचने के दौरान इन्हें मिर्जापुर के चुनार इलाके में पकड़ा गया। पकड़े गए चोरों की पहचान वाराणसी के नत्थू प्रसाद, आकाश पटेल, अमिताभ राजभर और महाराष्ट्र के पालघर निवासी रामाश्रय यादव के रूप में हुई है। गैंग का मुख्य सदस्य नत्थू प्रसाद ही है।
मास्टर माइंड पर दर्ज हैं 18 मुकदमे, सुनार भी गिरफ्तार
नत्थू के खिलाफ 18 मुकदमे दर्ज हैं। आकाश पटेल पर 4 मामले दर्ज हैं। चारों चोरों पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित था। पुलिस की जांच में सामने आया कि यह गैंग वारदात के बाद चोरी का माल मिर्जापुर के चुनार इलाके में बेचता था। सुनार मनोज सेठ को भी गिरफ्तार किया गया है, जो वाराणसी का रहने वाला है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया, इनका साथी रामाश्रय यादव इन्हें चोरी करने के लिए बुलाता था। उसके बाद चोरी करके इनके साथ ही मिर्जापुर आ जाता था। फिर अपने हिस्से का पैसा लेकर वापस चला जाता था।
कार से इलाकों की करते थे रेकी, 35 लाख के जेवर बरामद
एसपी अभिनंदन ने बताया- चुनार थाना पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने पचराव मोड़ के पास घेराबंदी करके चारों बदमाशों को पकड़ा है। पुलिस को सूचना मिली थी कि ये चोरी का माल बेचने जा रहे हैं। पकड़े जाने के बाद इन चोरों ने कबूल किया कि वह वारदात से पहले कार से इलाकों की रेकी करते थे। इन लोगों ने कई हत्याएं भी की हैं।ये लोग खासतौर पर अमीर घरों को निशाना बनाते थे। वाराणसी से फ्लाइट लेकर मुंबई जाते थे। वहां चोरी करते और लौट कर माल बेच देते थे। एसपी ने आगे बताया कि हम लोग मुंबई पुलिस से भी इस मामले में बात करेंगे। उनसे वहां हुई चोरियों के बारे में डिटेल लेंगे।पुलिस ने इनके पास से 35 लाख रुपए के सोने-चांदी के जेवर और कीमती बर्तन बरामद किए हैं। बदमाशों के पास से एक कार भी बरामद हुई है।