मिर्जापुर जिले में चुनार तहसील क्षेत्र के परसुरामपुर गांव की रहने वाली 65 वर्षीय सीतापति पटेल का दिमाग इस उम्र में भी कम्प्यूटर से भी तेज चलता है। इस उम्र तक आते-आते लोगों की याददाश्त कमजोर हो जाती है, लेकिन इसके उलट सीतापति पटेल का दिमाग इतना तेज चलता है कि उनका मुकाबला गांव के नौजवान भी नहीं कर पाते। उन्हें अधिकारी से लेकर विधायक और थाने से लेकर सैकड़ों तरह के जरूरी हेल्पलाइन नंबर जुबानी याद है।
प्रधानमंत्री मोदी ने की है सराहना सीतापति की प्रतिभा उन्हें देशभर में फेमस कर चुकी है। लोग उन्हें गूगल दीदी के नाम से जानते हैं। सीतापति स्वभाव से हंसमुख और जिंदादिल इंसान हैं। वह समाज सेवा के जरिये लोगों की मदद और अपना जीवन यापन करती हैं। हालांकि, सीतापति ज्यादा पढ़ी लिखी नहीं हैं, लेकिन उन्हें कई बातों की जानकारी आमतौर पर लोगों से ज्यादा ही है। उन्हें जिलों के साथ आस-पड़ोस के जिलों के थाने, अधिकारी, नेता और कई नंबर याद हैं। उनकी प्रतिभा की सराहना प्रधानमंत्री मोदी भी कर चुके हैं।
स्वच्छ भारत के लिए लिखा था गीत गूगल दादी ने स्वच्छ भारत मिशन के लिए गीत लिखा था। इसके लिए पीएम मोदी ने उनकी सराहना की थी। हालांकि, सीतापति का कहना है कि इस उम्र के इस पड़ाव में वह कष्ट में हैं और उन्हें सरकार की मदद चाहिए।