जानकारी के अनुसार दो दिन पहले सड़क काफी हद तक क्षतिग्रस्त हो चुकी थी, जो मंगलवार रात्रि को नदी में आए उफान के दौरान पूरी तरह टूट कर बह गई। साथ ही पानी के तेज बहाव के चलते इस पुलिया के पास लगा एक विद्युत खम्भा टूट कर नदी में गिर गया, जिससे लाइन काफी नीचे तक लटक गई। हालांकि समय पर पता चलते ही विद्युत आपूर्ति बंद कर दी गई, जिससे कोई हताहत नहीं हुआ। इसके अलावा नदी पेटे में स्थित जल योजना के कुएं से नौगामा की तरफ जलापूर्ति के लिए लगे पाइप क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इससे नौगामा में जलापूर्ति बाधित हो गई है। नौगामा निवासी शांतिलाल कुमावत ने बताया कि पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने से गांव में जल संकट पैदा हो गया है। पुलिया क्षतिग्रस्त होने के बाद आगे स्थित छोटे-बड़े दर्जनों गांवों का जिला मुख्यालय से अब पूरी तरह से सम्पर्क कट गया, जिससे कामकाज को लेकर रोजाना मुख्यालय जाने वालों के लिए समस्या हो गई।
नाथद्वारा होकर राजसमंद जाने की परेशानी नमाणा के आसपास तथा अन्य क्षेत्र में रहने वाले लोगों को राजसमंद जाने के लिए अब नाथद्वारा से होकर जाना पड़ रहा है। गांव के कालुलाल शर्मा ने बताया कि पुलिया टूटने के साथ ही भाटोली पुलिया पर एवं कोठारिया से उलपुरा मार्ग पर बने पुल पर पानी होने से अब राजसमंद नाथद्वारा होकर जाना पड़ रहा है।
मरम्मत में लग सकता है समय वर्तमान में बनास नदी में पानी की जबर्दस्त आवक जारी रहने से पुलिया पर निर्माण में भी समय लगेगा। अभी मानसून की वजह से एवं बाद में पानी रुकने पर पुलिया निर्माण से भी लगने वाली अवधि तक ग्रामीणों को दिक्कत होगी। बनास नदी पर स्थित एमड़ी-भाटोली रपट पर बुधवार को भी करीब ढाई फीट पानी का बहाव चल रहा था, जिससे मार्ग पर आवाजाही लगातार तीसरे दिन भी पूर्णतया बंद रही।