गौरतलब है कि पुलिस जवानों की समस्या पर मंथन के नाम पर 6 अक्टूबर को यूपी राज्य पुलिस कर्मचारी परिषद ने इलाहाबाद में मीटिंग बुलाई है। इस बैठक में विभिन्न पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई, पुलिस वालों की अवकाश की समस्या, आत्महत्या और हत्या के विरोध से जुड़ी रूपरेखा तय की जाएगी। इसके अलावा पुलिसकर्मियों से जुड़े एक और संगठन अराज पत्रित पुलिस वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश ने 5 अक्टूबर को काला दिवस मनाने का ऐलान किया है। हालांकि, अभी इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
मामले में यूपी राज्य पुलिस कर्मचारी परिषद के जनरल सेक्रेटरी अविनाश पाठक ने मीडिया से बातचीत में खुलासा किया कि काला दिवस एक अक्टूबर से ही मनाया जा रहा है। 2 अक्टूबर को गांधी जयंती होने की वजह से इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जा सका। इसके साथ ही उन्होंने 6 अक्टूबर को इलाहाबाद में यूपी राज्य पुलिस कर्मचारी परिषद की होने वाली बैठक में बड़ा फैसला लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश यही है कि प्रदेश के सभी पुलिस सिपाही एक दिन के अवकाश पर जाएं। भले ही वह एक घंटे के लि, हो या फिर पूरे दिन के लिए।
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उन्होंने खुलकर कहा कि विवेक तिवारी हत्याकांड में सिर्फ पुलिस के सिपाहियों पर एकतरफ़ा कार्रवाई हुई है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी कई मुद्दे हैं, जिन पर इस बैठक में चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस जवानों की समस्याएं बहुत सारी हैं। उन्होंने कहा कि रात के वक्त जो गश्त होता है, उसमें बाकायदा अफसर मुआयना कर लिखित में दर्ज करते हैं कि सिपाही काम कर रहा है। ऐसे में सिर्फ पुलिस के जवानों पर ही एकतरफा कार्रवाई व्यवस्था पर सवाल उठाता है। उन्होंने कहा कि सिपाही ने गोली मारी उस पर कार्रवाई हो रही है, जब्क गोली क्यों मारी गई। इस पर जांच क्यों नहीं हो रही है? उन्होंने कहा कि इस घटना में जिसकी भी मौत हुई वह गलत है, लेकिन किन परिस्थितियों में गोली मारी गई, उसकी भी जांच होनी चाहिए।
हालांकि. जब इस संबंध में मेरठ जोन के आईजी रामकुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा है कि अगर कोई पुलिसर्मी ऐसी अनुशासनहीनता करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, उन्होंने पुलिस वालों के सामूहिक अवकाश जैसी अंटकलों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर क्या चल रहा है, यह हमें नहीं पता, लेकिन हमारे पास अभी ऐसी कोई सूचना नहीं है।
आपको बता दें कि विवेक तिवारी हत्याकांड में आरोपी सिपाहियों प्रशांत चौधरी और संदीप के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस के सिपाहियों में ख़ासा आक्रोश हैं। आरोपी पुलिस वालों की बर्खास्तगी के बाद से ही सूबे के पुलिस जवान वॉट्सऐप और दूसरे सोशल मीडिया पर मुहिम छेड़ रखी है। गौरतलब है कि आरोपी पुलिस वाले प्रशांत चौधरी की पत्नी राखी की अपील पर केस लड़ने के लिए उसके अकाउंट में अब तक सूबे के पुलिस वाले 5.28 लाख रुपए जमा करा चुके हैं और कुल पांच करोड़ रुपए जुटाने की योजना तैयार कर रखी है।
गौरतलब है कि शुक्रवार देर रात महिला सहयोगी को कार में घर छोड़ने जा रहे एप्पल के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की गोमतीनगर थाने में तैनात सिपाही प्रशांत चौधरी और संदीप कुमार ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद जहां एक तरफ पूरा देश आरोपी सिपाहियों की करतूत की निंदा कर रहे हैं। लेकिन यूपी पुलिस के कारिंदे अब भी सुधरने को तैयार नहीं दिख रहे हैं। हालात ये है कि पुिलस विभाग के समाम सिपाही हत्यारोपी सिपाही प्रशांत चौधरी के पक्ष में लामबंद नजर आ रहे हैं। ये लोग नुशासन की धज्जियां उड़ाते हुए सोशल मीडिया पर खुलकर हत्यारोपी सिपाहियों का समर्थन भी करते दिखाई दे रहे हैं।