प्रिंसिपल, शिक्षक, सिपाही भी नकल गिरोह गैंग में शामिल- दरअसल एसटीएफ को सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा-2019 में व्यापक स्तर पर अनियमितता की सूचना मिली। जिसमें पेपर आउट कराने वाले, दूसरे व्यक्ति को बैठाकर परीक्षा देने और दिलाने, किसी अभ्यर्थी की जगह दूसरे सॉल्वर को बैठा कर परीक्षा दिलाने वाले और ठगी कर अभ्यर्थियों से अवैध वसूली करने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचना मिली। जिसके बाद एसटीएफ ने सक्रियता दिखाते हुए प्रदेश के अलग-अलग हिस्से से कई आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उधर लखनऊ में तैनात सिपाही अरूण कुमार सिंह भी गिरोह में शामिल पाया गया। पूछताछ में उसने बताया कि मेरठ में भूगर्भ जल विभाग में तैनात उसका भाई भूगर्भ जल अधिकारी है उसके साथ मिलकर ही वह पेपर लीक और परीक्षा सेंटर में नकल कराता था। अरूण कुमार के बायन के आधार पर ही पुलिस ने गैंग के अन्य सदस्यों तक पहुंच सकी। जिसमें गैंग में शामिल नेशनल कॉलेज के प्रिंसिपल उमाशंकर सिंह समेत कई लोग गिरफ्तार कर लिए गए।
मुरादाबाद से भी चार गिरफ्तार- उधर मुरादाबाद पुलिस ने नागफनी के अम्बिका इंटर कॉलेज में छापा मारा। जहां से संभल के असमौली निवासी महेंद्र और देवेंद्र सिंह को पकड़ा गया। वहीं मझौला थाना क्षेत्र से भी एक को गिरफ्तार किया गया है। मुरादाबाद से कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
उत्तर पहले ही लीक होनी की अफवाह- इसके साथ ही बताया जा रहा है कि शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर रविवार दोपहर डेढ़ बजे छूटने के चंद मिनट पहले ही कई व्हाट्सएप ग्रुपों में उसके उत्तर वायरल होने लगे। जब इसकी जांच की गई तो मेरठ से इसका लीक होना नहीं पाया गया है। हालाकि बाद में इसे कुछ अधिकारियों ने इसे अफवाह बताया।
इतिहास की सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा- आपको बता दें कि यूपी टीईटी परीक्षा पास कर चुके अभयर्थी इस परीक्षा में शामिल हुए। बेसिक शिक्षा विभाग के मुताबिक अब की परीक्षाओं में इतिहास की सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा है। 69 हजार शिक्षक भर्ती के लिए करीब 4,30,439 परीक्षार्थी शामिल हुए। रविवार को प्रदेश के सभी 18 मंडल मुख्यालयों में 800 केंद्रों पर हुई। प्रदेश के आला अधिकारी काफी मुस्तैद दिखाई दिए। सुरक्षा व्यवस्था की जांज के लिए यूपी पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर निरीक्षण करने पहुंचे। उसके वाबजूद पुलिस और एसटीएफ को बड़ी कामयाबी मिली।