वहीं मेडिकल काॅलेज की माइक्रोबायोलोजी विभाग में गत शुक्रवार को 17 सैंपलों की जांच की गई, जिसमें दो को स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। माइक्रोबायोलोजिस्ट डाॅ. अमित गर्ग ने बताया कि गत दिनों के मुकाबले अब नए मरीजों की संख्या में गिरावट आ रही है, लेकिन बारिश से संक्रमण फिर बढ़ सकता है। सीएमओ ने बताया कि दो नए मरीजों के साथ स्वाइन फ्लू पीड़ितों की की संख्या 88 तक पहुंच गई है।
बता दें कि स्वाइन फ्लू व कोरोना को लेकर लोगों के बीच संशय भी साफ नजर आ रहा है। जिला अस्पताल में आरएएफ के जवान भी मास्क लगाकर घूमते नजर आए। स्वास्थ्य विभाग की सर्विलांस सेल की रिपोर्ट बताती है कि अब तक जिले के आठ मरीजों की मौत हुई है। मरीजों की कुल संख्या और मौतों के मामले में ये सबसे बड़ी संख्या है। उधर, पीएसी के भर्ती 24 में से 21 जवानों की छुट्टी कर दी गई है। सिर्फ तीन जवानों का इलाज चल रहा है। डाक्टरों ने बताया कि स्वाइन फ्लू से घबराने की जरूरत नहीं है।
डब्ल्यूएचओ की टीम के साथ जिला सर्विलांस टीम के डाॅ. विश्वास चौधरी ने भी निरीक्षण किया है। शुक्रवार शाम करीब पांच बजे वार्ड में बेडों की स्थिति, स्टाफ की उपलब्धता, कमरे में सफाई, अन्य मरीजों से दूरी एवं दवाओं, किट और अन्य संसाधनों की उपलब्धता को लेकर रिपोर्ट बनाई। उन्होंने बताया कि पूरा स्वास्थ्य विभाग कोरोना से निपटने के लिए तैयार है। अभी तक कोरोना का एक भी मरीज पूरे पश्चिम उत्तर प्रदेश में कहीं नहीं मिला है।