क्या है पूरा मामला?
यह पूरा मामला मेरठ के परतापुर थाना इलाके के उपलेहडा गांव का है। यहां का युवक आदित्य शादीशुदा है। उसका अपने माता-पिता से किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था। इसके बाद उसने अपनी जिदंगी खत्म करने की ठानी। तब परिजनों ने तत्काल 112 डायल कर पुलिस को सूचना दी। फोन पर सूचना मिलते ही पुलिसकर्मियों ने तत्परता दिखाई और बिना किसी देरी के उसके घर की ओर दौड़ी। युवक फांसी के फंदे पर झूला ही थी कि लेकिन, तभी पुलिस मौके पर आ गई।
देवदूत बनकर बचाई जान
पुलिस कमरे में पहुंची तो आदित्य फंदे से लजक रहा था। इसके बाद पुलिस ने उसके पैर पकड़े और उसे कंधे पर उठा लिया। दूसरी ओर आदित्य पुलिस से उलझने की भी कोशिश कर रहा था जिससे किसी तरह से उसे गले में पड़ा फंदा टाइट हो जाए। घरवालों ने भी उसे बचाने का कोशिश की और सभी ने मिलकर उसे उठा लिया। तब जाकर पुलिसवालों ने उसके गले में बंधा फंदा काटना शुरू किया। अब इस पूरी घटना की तस्वीरें भी सामने आई हैं। मेरठ पुलिस अब बदल चुकी है। इस मामले में दोनों पुलिसवालों ने वाकई बड़ी तत्परता दिखाई है जिसकी बदौलत हम एक जिंदगी बचाने में कामयाब हो गए। आदित्य को थाने पर बैठाकर उसकी काउंसलिंग की गई है और फिर परिवार वालों को बुलाकर उन्हें भी समझाया गया है। -एसपी सिटी मेरठ आयुष विक्रम