बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहे हैं अभिभावक स्कूल प्रशासन का कहना है कि मुश्किल से 50 प्रतिशत से भी कम छात्रों के अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल भेजने की अनुमति दी है। हालांकि स्कूल प्रशासन अभिभावकों को समझाने के प्रयास कर रहा है और यह भी बता रहा है कि स्कूल में बच्चों के स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखा जाएगा। इसी के साथ कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए कोविड-19 प्रोटोकाल का भी पूरा पालन किया जाएगा। लेकिन इसके बाद भी लोग तीसरी लहर की संभावना के चलते अपने बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहे हैं।
स्कूल में दिखा कोरोना प्रोटोकाल का पालन स्कूलों में मुख्य द्वार से लेकर क्लास रुम तक कोरोना प्रोटोकाल का पूरा पालन किया जा रहा है। बच्चों को थर्मल स्कैनिंग के बाद ही स्कूल प्रांगण में प्रवेश दिया गया है। इसके अलावा बच्चों को कक्षाओं में भी छह गज की दूरी पर बैठाया गया है। कक्षा में पढ़ाने वाले अध्यापक भी मास्क और सैनिटाइजर के साथ दिखाई दिए।
दो पालियों में खोला गया स्कूल बता दे कि स्कूलों को दो पालियों में खोला गया है। अगर किसी कक्षा में 40 बच्चे हैं तो 20 बच्चे पहली पाली में और 20 बच्चे दूसरी पाली में बुलाए जाएंगे। हालांकि अभी सभी स्कूलों में एक ही पाली चल रही है क्योंकि ज्यादतर अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजने की अनुमति नहीं दी है।
CM योगी ने बच्चों को दी शुभकामनाएं महीनों बाद स्कूलों को खोलने पर सीएम योगी ने बच्चों को ढेरों शुभकामनाएं दी है। सीएम ने एक ट्वीट कर लिखा है कि कोरोना के कारण पिछले कई महीनों से बंद विद्यालय आज 1 सितंबर से पुनः प्रारम्भ हो रहे हैं। सभी बच्चों को ढेर सारी शुभकामनाएं। सभी गुरुजनों से विनम्र आग्रह है कि सभी बच्चों का ध्यान रखें। हर हाल में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कराने में अपना योगदान दें।