पुलिस के मुताबिक शहजाद ने नौचंदी के शास्त्रीनगर सेक्टर 14 में अपना पीएफआई का कार्यालय भी बनाया हुआ था। जहां से वह हिंसा फैलाने की साजिश का तानाबाना बुन रहा था। इस कार्यालय को जब पुलिस ने सील किया भी से शहजाद फरार चल रहा था। छह माह से वांछित चल रहे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। एटीएस की टीम ने शहजाद से पूछताछ के बाद पुलिस के हवाले कर दिया है। अभी शहजाद का दूसरा साथी परवेज पुलिस पकड़ से दूर है।
गौरतलब है कि 20 दिसंबर को सीएए के विरोध में हुई हिंसा की मुख्य प्लानिंग पीएफआइ के सदस्य मुफ्ती शहजाद निवासी नेकपुर मुरादनगर गाजियाबाद ने की थी। हिंसा से पहले ही पीएफआइ के सदस्य शहजाद ने नौचंदी थाने के शास्त्रीनगर में दफ्तर खोल दिया था। जो लोगों को सीएए के विरोध में भड़का रहा था। उसमें उसके साथी परवेज की भी अहम भूमिका सामने आ रही है। नौचंदी पुलिस ने परवेज और शहजाद दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। उनके ऑफिस से हिंसा भड़काने वाले पोस्टर और बैनर भी मिले थे।
ये लोग नवंबर से ही ई-रिक्शा पर पोस्ट बैनर लगाकर यह लोग प्रचार भी कर चुके थे। उस समय पुलिस की खुफिया इकाई पीएफआइ के सदस्यों के मंसूबों को भांप नहीं पाई थी। हिंसा के बाद हुई पड़ताल में सामने आया कि शहजाद और परवेज ने ही लोगों को हिंसा के लिए तैयार किया था। इतना ही नहीं दोनों ने पीएफआइ की तरफ से कुछ फंडिंग भी कराई थी। कुछ लोगों के खातों की जांच में पुलिस ने इसका पर्दाफाश भी किया था।