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VIDEO: चार साल पहले किया था प्रेम विवाह, पति ने बेटे के साथ घर से निकालकर बोल दिया…तलाक मूल रूप से मेरठ की हापुड़ रोड स्थित कांशीराम आवासीय कालोनी के रहने वाले पवन जल्लाद चौथी पीढ़ी है, जो अपराधियों को फांसी पर लटकाएगी। पवन जल्लाद के परदादा लक्ष्मण सबसे पहले जल्लाद के पेशे से जुड़े थे। फिर कल्लू जल्लाद ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों समेत कई अपराधियों को फांसी दी थी। इसके बाद मम्मू जल्लाद ने कई अपराधियों को फंदे से लटकाया। इसके बाद पवन जल्लाद ने यह पेशा संभाल लिया। दो साल पहले तक पूरा परिवार मेरठ के ब्रह्मपुरी के भगवतपुरा इलाके में रहता था, लेकिन बारिश में मकान गिरने के बाद परिवार कांशीराम आवासीय कालोनी में रहने लगा। पवन जल्लाद के सात बच्चे हैं, जिनमें दो बेटे और पांच बेटियां हैं। चौधरी चरण सिंह जिला कारागार मेरठ उसे पांच हजार रुपये का मानदेय देता है। पवन जल्लाद ने अभी तक एक भी फांसी नहीं लगाई है।
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शीर्ष नेताओं के सामने महिला सपा कार्यकर्ताओं ने लगाए पार्टी में उत्पीड़न के आरोप, देखें वीडियो निर्भया के चारों दोषियों पर फैसला आने के बाद पवन जल्लाद का कहना है कि वह चारों को फांसी देने के लिए तैयार है। जैसे ही उसे सरकारी आदेश मिलेगा, वह दिल्ली के लिए रवाना हो जाएगा। पवन ने कहा कि फांसी देने के लिए पहले से तैयारियां की जाती हैं। जिस जेल में फांसी दी जाएगी, पहले रस्से और तख्त की जांच की जाएगी। जिन दोषियों को फांसी देनी है, उनका वजन लिया जाएगा। वजन के अनुसार ही रस्सा तैयार किया जाएगा। उसने बताया कि पहले उसे 16 दिसंबर को तैयार रहने को कहा गया था, लेकिन उसके बाद कोई सूचना नहीं दी गई थी।
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प्रवीण तोगड़िया ने JNU Attack पर कहा- हमलावर किसी भी संगठन के हों, कड़ी कार्रवाई करे सरकार पवन जल्लाद का कहना है कि पांच बेटियों का पिता होने के कारण मुझे ऐसे दरिंदों को फांसी देने से बहुत सुकून मिलेगा, साथ ही उस बेटी के परिजनों को भी सुकून मिलेगा, जिसके साथ इन्होंने दरिंदगी की। इससे समाज में बड़ा संदेश जाएगा कि इस तरह के कृत्यों की सजा सिर्फ मौत है। चौधरी चरण सिंह जिला कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक बीडी पांडेय ने कहा कि पवन कके जनपद से बाहर जाने पर रोक लगा दी गई है, ताकि दिल्ली से बुलावा आने के बाद तुरंत उसे भेजा जा सके। जेल में बुलाकर उससे कुछ कागजातों पर हस्ताक्षर भी कराए गए हैं।