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इन जनपदों में होने जा रही बिजली की भारी किल्लत, अफसरों ने भी हाथ खड़े किए एक जैसी हवा ली और एक जैसा पानी पिया हर हिन्दुस्तानी ने एक जैसी हवा ली है, एक जैसा पानी पिया है और एक ही उपजा हुआ अन्न खाया है। भले ही उनके मजहबी विचार अलग-अलग हो। 1857 की आजादी की लड़ाई और उसके बाद के राष्ट्रीय आंदोलन में हिन्दू-मुस्लिम ने कंधे से कंधा मिलाकर विदेशी ताकत का मुकाबला किया और सीने पर गोलियां खाई। परन्तु किन्हीं कारणोंवश आजादी मिली पर दो टुकड़ों में और वह भी हिन्दू-मुस्लिमों के खून से बदरंग होने के बाद।
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सीबीआई ने सीजीएसटी के कार्यालय अधीक्षक को तीन लाख रुपये की रिश्वत लेते दबोचा मुल्क की खुशहाली में मुल्कवासियों को संतो और सूफियों ने हमेशा भाईचारे का पाठ पढाया है और मुल्क की खुशहाली में ही मुल्कवासियों की खुशहाली है। ऐसा जोर दिया है। अभी भी मुल्क के कोने-कोने में हजारों ऐसी घटनाएं होती है और ऐसी परंपराएं हैं जिनमें भाईचारा और आपसी प्यार भरा हुआ है। इसलिए हर मुल्कवासी का टारगेट होना चाहिए कि हम सब मिलकर रहे, प्यार से रहे। जिससे कि अमन कायम रहे। हम सब खुशहाल हों और हमारा मुल्क दुनिया में सबसे अच्छा मुल्क साबित हो। यह सब गंगा-जमुनी तहजीब को मन से और हर काम में अपनाने से ही होगा।