यूपी पुलिस ने थाने से भगाया तो बलात्कार पीड़िता ने खाया जहर, हालत नाजुक बता दें कि मेरठ के सरधना में बीती 17 अगस्त को छेड़छाड़ के विरोध में मनचलों ने दुस्साहसिक तरीके से घर में घुसकर छात्रा पर कैरोसिन छिड़ककर आग लगा दी थी। उसे पहले मेरठ के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके बाद हालत गंभीर होने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल भर्ती कराया था। जहां पर उसका इलाज चल रहा था। छात्रा का अस्सी फीसदी शरीर जल गया था। आज सुबह यानी मंगलवार को वह जिंदगी की जंग हार गई। छात्रा की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।
शर्मनाक: घर में सो रही 82 बुजुर्ग महिला से बलात्कार का प्रयास यहां बता दें कि बीते बुधवार को मुख्यारोपी और उसके पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। छात्रा के दादा ने मुख्य आरोपी समेत छह लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में सरधना में विरोध प्रदर्शन भी हुए थे। मेरठ में भी समाजिक संगठनों ने धरना-प्रदर्शन किया था। छात्रा को न्याय दिलाने की मांग को लेकर आम लोग भी आगे आए थे। इनके साथ ही राजपूत उत्थान सभा, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, करणी सेना, सोम चौबीसी, कुशवाह चौबीसी और सपा कार्यकर्ता सड़क पर उतर गए थे। इसके बाद पुलिस ने दबाव के चलते घटना वाले दिन आरोपी राजवंश बागड़ी और उसके पिता देवेंद्र बागड़ी को धर दबोचा। उधर, पुलिस ने इस मामले में मंगलवार को दीपमोहन पुत्र जगमोहन को जेल भेज दिया।
सरधना छावनी में तब्दील छात्रा की मौत की खबर जैसे ही पुलिस-प्रशासन को मिली तो सरधना को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। बड़ी संख्या में फोर्स को मेरठ से सरधना भेजा गया है, ताकि विपरीत स्थिति बनने पर हालात पर काबू पाया जा सके। वहीं छात्रा का शव दिल्ली से लाने के लिए परिजन और रिश्तेदार रवाना हो गए हैं।