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लव मैरिज के बाद हो गर्इ दूसरी बेटी तो पति जच्चा-बच्चा को ही छोड़ गया, अब अस्पताल ने नवजात की मां को दिया यह आॅफर लोगों से एेसे लूट-चाेरी करती थी गाजियाबाद जनपद से मेरठ में आकर ई-रिक्शाओं की सवारियों को चूना लगाने वाले गिरोह की दो ‘लेडी डाॅन’ शुक्रवार को रंगे हाथ पुलिस ने पकड़ ली। हालांकि उनकी एक साथी मौके से फरार होने में सफल रही। सिविल लाइन पुलिस आरोपी महिलाआें से पूछताछ में जुटी है। दरअसल, पूठा निवासी संतो अपनी पुत्री कुंती और रिश्तेदार गजराज व दो बच्चों के साथ लोकप्रिय हाॅस्पिटल में भर्ती एक रिश्तेदार को देखने आई थीं। बस से उतरकर सभी लोग रोहटा अड्डे से ई रिक्शा में सवार हुए। बताया जाता है कि रास्ते में तीन महिलाएं भी ई-रिक्शा में सवार हुईं।
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किसके दबाव में पुलिस नहीं खोल पा रही भाजपा विधायक संगीत सोम के घर पर हुए हमले के केस को, बन गया है अहम सवाल गैंग की सदस्यों ने पर्स साफ किया संतो के अनुसार गुलमर्ग सिनेमा के निकट एक महिला ई-रिक्शा से उतर गई। इसी बीच शक होने पर संतो ने अपना पर्स चेक किया तो उसमें रखी 15 हजार की नकदी गायब देख उन्होंने शोर मचा दिया। शोर मचाते ही ई-रिक्शा में बैठी अन्य दोनो महिलाएं भी उतरकर भागने लगीं। जिसके बाद आसपास के लोगों ने उन्हें पकड़ लिया। तलाशी लेने पर महिलाओं के पास से 11 हजार पांच सौ की नकदी बरामद हो गई। मौके पर पहुंची सिविल लाइन पुलिस दोनों महिलाओं को अपने साथ ले गई।
इन इलाकों में करती थी वारदात पूछताछ के दौरान महिलाआें ने अपने नाम बाॅबी और ज्योति बताते हुए खुद को गढ़मुक्तेश्वर का निवासी बताया। महिलाआें ने बताया कि उनका गिरोह बेगमपुल और हापुड़ अड्डे से ई-रिक्शा में सवार होता है। गिरोह की सदस्य महिलाएं नजर बचते ही ई-रिक्शा में बैठी अन्य सवारियों के सामान पर हाथ साफ कर देती हैं। पुलिस दोनों महिलाओं से पूछताछ में जुटी है। पकड़ी गई दोनों महिलाओं ने जानकारी दी कि वे गाजियाबाद की रहने वाली है और वहां से बस द्वारा प्रतिदिन ऐसी घटना को अंजाम देने के लिए मेरठ आती है। गाजियाबाद जिस मोहल्ले में रहती है वहां पर महिलाओं ने बताया हुआ है कि वे मेरठ में नौकरी करती हैं। पुलिस महिलाओं के अन्य साथियों की तलाश में जुटी है।