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कांवड़ यात्रा 2018: इस जिले में कांवरियों की सुरक्षा को लेकर बना हाईटेक प्लान तीन दिन की बारिश में रोड ने खोल दी पोल तीन दिन में ही सड़क निर्माण में हो रही धांधली की पोल खुल गई। जिन मार्गों से कांवड़ यात्रियाें को निकलना है, उनकी हालत काफी दयनीय हो गई है। सड़कों पर बने गड्ढों को मिट्टी डालकर भरा गया था, लेकिन बारिश में वह मिट्टी बह गई और सड़क पर फिर से गहरे-गहरे गड्ढे हो गए हैं। भोले के भक्तों का जल लेकर अपने गंतव्य तक वापस होना शुरू हो गया है। शासन स्तर से इस बार सड़कों को कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले ही दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए थे। यह भी कहा गया था जो विभाग अपनी तैयारियों में लापरवाही बरतेगा उस विभाग के अधिकारी बक्शे नहीं जाएंगे। शासन ने सुरक्षा और सर्तकता के साथ सड़कों की हालत सुधारने के लिए विशेष रूप से संबंधित विभागों को निर्देशित दिए थे। संबंधित विभाग के अधिकारियों ने भी कांवड़ मार्गों का निरीक्षण किया था। इस निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी अनिल ढीगरा और एसएसी राजेश कुमार पांडे भी मौजूद थे। जिलाधिकारी ने कांवड़ मार्ग की जर्जर हालत देखकर उसे दुरूस्त करने के लिए कहा था। जिस पर संबंधित विभागों ने सड़क के गड्ढों को मिट्टी डालकर अस्थाई रूप से भरने का कार्य शुरू कर दिया था। भारी बारिश ने सड़क की समस्या को और विकराल कर दिया है।
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कांवड़ यात्रा 2018: जल, थल आैर नभ में होगी कांवड़ियों की एेसी कड़ी सुरक्षा जल्द यहां से गुजरने लगेंगे कांवड़िए दो दिन बाद ही कांवड़ियों का रेला इन गड्ढा युक्त सड़कों ने निकलना शुरू हो जाएगा। इस बारे में जब मंडलायुक्त अनिता सी. मेश्राम से बात की गई तो उनका कहना था कि मंडल की ऐसी सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए कहा गया है जिनसे कांवड़ यात्री निकलेंगे। ऐसी सड़कों की फिर से जांच करवाई जाएगी जिनको गड्ढा मुक्त कर दिया गया है। आखिर उनके निर्माण में कहां कमी रह गई। जिसने भी लापरवाही की होगी उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।