जांच टीम में ये थे शामिल
पशु पालन विभाग की टीम में डॉ. वीपी सिंह, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम में डॉ. योगेन्द्र, दमकल विभाग की टीम में सीएफओ अजयपाल सिंह नेतृत्व कर रहे थे। हालांकि, जांच टीम में फैक्ट्री में तैनात चिकित्सक के शामिल होने पर सवाल भी उठे।
मिलीभगत से अवैध धंधा चलने का है आरोप
मीट फैक्ट्रियों के कारोबार में हो रही अनियमित्ता के बारे में सच संस्था के अध्यक्ष डा. संदीप पहल ने बताया कि सभी विभागों के अधिकारियों की मिलीभगत से अल्लीपुर में अवैध तरीके से मीट फैक्ट्री संचालित की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये मीट फैक्ट्रियां अफसरों के लिए दुधारू गाय बन घई है। उन्होंने मांग की कि मीट प्लांट में तैनात चिकित्सकों की भी जांच होनी चाहिए। गौरतलब है कि अब से 10 दिन पूर्व भी कार्रवाई पर उठे थे। इससे पहले क्षमता से अधिक कटान की सूचना पर पुलिस ने तान्या मीट फैक्ट्री में छापामारी की थी। लेकिन इस दौरान संचालकों से बंद कमरे में बातचीत के बाद क्लीनचिट देने पर पशु पालन विभाग की टीम पर सवाल उठे थे।
जांच रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई
मीट फैक्ट्रियों की जांच के बारे में जानकारी देते हुए जिला अधिकारी ने कहा कि विभिन्न विभागों की टीम बनाकर मीट प्लांट की जांच कराई गई है। इनकी ओर से प्रस्तुत रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।