42 लाइन के इस्तीफा पत्र में 16 बार दलित शब्द का उपयोग
उन्होंने अपने पत्र की हर दो लाइन में दलित शब्द का उपयोग कर भाजपा को घेरने की पूरी कोशिश की है। यहीं कारण है कि अपने 42 लाइन के इस्तीफा पत्र में जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने 16 बार दलित शब्द का उपयोग किया है। बता दें वर्ष 2024 में लोकसभा चुनाव हैं। ऐसे में भाजपा किसी भी कीमत पर दलितों को नाराज कर कोई बड़ा जोखिम मोल नहीं लेना चाहती। इस बात को शायद राज्यमंत्री दिनेश खटीक भी बाखूबी जानते हैं। यहीं कारण है कि उन्होंने अपनी बात रखने और इस्तीफे में अपने दलित होने पर ज्यादा जोर दिया। दलित बम फोड़कर उन्होंने भाजपा नेतृत्व के कान खोलने की कोशिश की है। बता दें कि 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में मायावती का कोर वोट बैंक हिन्दू दलित पहली बार बड़ी संख्या में भाजपा को शिफ्ट हुआ था। 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा का वोट शेयर 22.9 प्रतिशत था। जो कि इस चुनाव में मात्र 12.8 प्रतिशत ही रहा। जो कि पिछले चुनाव से 10 प्रतिशत कम रहा। इसी के साथ मायावती का कोर वोट बैंक हिन्दू दलित बड़ी संख्या में भाजपा की ओर डायवर्ट हुआ। भाजपा दलितों के इस वोट बैंक को किसी भी कीमत पर गंवाना नहीं चाहेगी। इसलिए राज्यमंत्री दिनेश खटीक को दिल्ली बुलाया गया और पूरा डैमेज कंट्रोल किया गया। राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने अपने इस्तीफे में करीब हर जगह दलित शब्द का उपयोग कर भाजपा नेतृत्व के साथ ही योगी सरकार को भी घेरने की कोशिश की है। हालांकि अब भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने सब कुछ मैनेज कर लिया है और आल इज ओके की बात कही जा रही है।