यह भी पढ़ेंः
सीबीआई ने सीजीएसटी के कार्यालय अधीक्षक को तीन लाख रुपये की रिश्वत लेते दबोचा दरअसल, इन जिलों में शहरों में 24 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति के लिए सात हजार मेगाावाट बिजली की जरूरत है, लेकिन पारेषण लाइन पर मेंटीनेंस कार्य के चलते बिजली की इतनी मांग पूरी नहीं हो पाएगी। ऐसे में छह घंटे तक बिजली कटौती की जा सकती है।
यह भी पढ़ेंः
ग्राउंड में प्रैक्टिस कर रहे भाई-बहन पर हमला, फिर गोलियों की तड़तड़ाहट से विश्वविद्यालय कैंपस में दहशत पश्चिम पारेषण के अफसरों के मुताबिक 765 जत्तीपुरा-आगरा विद्युत पारेषण लाइन की आपूर्ति बंद कर दी गई है। इस लाइन में 20 सितंबर तक मेंटीनेंस कार्य होना है। इस वजह से पश्चिम पारेषण को 500 मेगावाट बिजली नहीं मिल पा रही है। इससे मेरठ, सहारनपुर व मुरादाबाद मंडलों केे 14 जिलों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था लड़खड़ा गई है। पीवीवीएनएल के अफसरों का कहना है कि पूरी बिजली आपूर्ति देने में दिक्कत आ रही है, लेकिन सभी क्षेत्रों में कटौती के बाद वहां बिजली की व्यवस्था बने, इसकी तैयारी की गई है।