यूपी: मुख्यमंत्री का मंच सजाने के लिए मंगाए गए सात समंदर पार के फूल, देंखे वीडियाे आैर ये भी जानें जर्मनी तकनीक से तैयार पंडाल में क्या है खास बागपत में आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनता वैदिक काॅलेज बड़ौत में शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचेंगे। इस कार्यक्रम में केंद्रीय सड़क परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय राज्यमंत्री डा. सत्यपाल सिंह, सड़क परिवहन राज्यमंत्री मनसुख मांडविया, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा, राज्यमंत्री धर्म सिंह सैनी भाग लेंगे। कार्यक्रम को लेकर पुलिस अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खास निर्देश दिए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। हेलीपैड के पास पेड़ों की कटिंग कराई गई है। साथ ही भारी वाहनों की एंट्री पर रोक लगाकर रुट डायवर्जन कर दिया गया है। बता दें कि आज दोपहर को दो बजे मुख्यमंत्री लाव लश्कर के साथ बड़ौत पहुंचेंगे।
खुशखबरीः लोकसभा चुनाव से पहले सीएम योगी देंगे प्रदेश की जनता को बड़ा तोहफा इस मार्ग का होगा शिलान्यास राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने दिल्ली-यमुनोत्री नेशनल हाईवे-709बी के निर्माण की सभी वैधानिक औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। आज मुख्यमंत्री के हाथों इसके निर्माण का शिलान्यास होगा। बता दें कि यह हाईवे कुल 154 किलोमीटर लंबा होगा। बागपत में इस फोरलेन हाई-वे की लंबाई 61.409 किमी है। इसके निर्माण पर 726.33 करोड़ रुपये खर्च होंगे। बागपत के हिस्से में छह पुल, 121 पुलिया, 30 बस पड़ाव बनेंगे। 18 से 24 माह में इसका निर्माण पूरा होगा। बागपत का हिस्सा बनने के बाद लोनी से दिल्ली तक हाईवे का निर्माण शुरू किया जाएगा। बता दें कि यह हाईवे बागपत समेत पश्चिम यूपी की रीढ़ है। इसके बनने से जहां बागपत का विकास होगा, वहीं यह हाईवे सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा की सीमाएं इससे लगी हैं। इस कारण यह हाईवे सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। सहारनपुर से दिल्ली वाया बागपत तक किसानों की जमीन के दाम आसमान चूमेंगे। गौरतलब है कि केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री डाॅ. सत्यपाल सिंह के प्रयास से ही इसका निर्माण संभव हुआ है।
पहुंच रहे हैं सीएम आैर केंद्रीय परिवहन मंत्री, एेसा बनाया गया है पंडाल देखे वीडियाे ये भी उम्मीद सीएम योगी आदित्यनाथ के बड़ौत आगमन से किसानों को उम्मीद है कि सीएम मंच से गन्ना भुगतान का एेलान कर सकते हैं। बागपत के किसानों को स्थानीय चीनी मिलों तथा दूसरे जिलों की चीनी मिलों पर करीब 750 करोड़ रुपये बकाया है। सर्वाधिक बकाया 446 करोड़ रुपये मलकपुर चीनी मिल पर है। सहकारी चीनी मिल बागपत पर 69.15 करोड़ रुपये तथा चीनी मिल रमाला पर 56.49 करोड़ रुपये बकाया है। बाकी बकाया राशि दूसरे जिलों की चीनी मिलों पर है। गन्ना विभाग के सूत्रों की मानें तो सरकार का पूरा जोर किसानों को गन्ना भुगतान कराने पर है। साल 2019 में लोकसभा चुनाव है, लिहाजा सरकार किसानों की नाराज नहीं करना चाहती है।
इसके साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ बड़ौत में हिडन व कृष्णा नदी किनारे 50 गांवों के लोगों को प्रदूषित पेयजल से मुक्ति दिलाने का एंलान कर सकते हैं। दरअसल, एनजीटी के आदेश पर गांवों में प्रदूषित पानी वाले 1250 इंडिया मार्का हैंडपंपों को उखड़वाए जा चुके हैं। सैकड़ों हैंडपंप सील किए जा चुके हैं। बावजूद इसके लाखों लोग प्रदूषित पानी पीने को मजबूर हैं।