यह भी देखेंः
VIDEO: इस चर्च को देखने दूर-दूर से आए लोग, ये खासियत है इसकी, देखें वीडियो ईश्वर का अवतार मानकर लोगों ने बुधवार को यीशु के बालय रूप की पूजा की थी उस दौरान चरनी से बालक को उठाकर घर ले जाया गया था। इस मौके पर सरधना के विश्व प्रसिद्ध चर्च में लोगों ने सुबह से ही पहुंचकर इसकी पूजा-अर्चना शुरू कर दी। प्रभु यीशु के बाल रूप को देखकर ईसाई समुदाय के लोग उनसे आशीर्वाद प्राप्त कर रहे थे। सरधना में क्रिससम की धूम दो दिन पहले से है। सरधना में इस दिन गिरजाघर के बाहर मेला लगता है। वहीं मेरठ महानगर के भी तमाम चर्च में क्रिसमस के दूसरे दिन गिरजाघरों में पूजा समारोह धूमधाम के साथ मनाया गया। इस दौरान ईसाई समाज के लोगों ने एक दूसरे को क्रिसमस की बधाइयां दी। इन दिनों शहर के क्रिश्चियन इलाकों में घरों को रंगीन झालरों और लाइट से सजाए गए हैं। वहीं बच्चा पार्क सेंट थॉमस चर्च सहित शहर की अन्य सभी चर्च में क्रिसमस को लेकर विशेष प्रार्थना सभा हुई। प्रार्थना सभा में ईसाई समाज के हजारों लोगों ने दुआ मांगी।
यह भी पढ़ेंः
जूना अखाड़े ने गोल्डन बाबा को दिखाया बाहर का रास्ता, इसके पीछे रही ये वजह इस दौरान क्रिश्चियन धर्म गुरुओं ने समाज के लोगों को भाईचारे का संदेश देते हुए कहा कि आज के समय में क्रिसमस सिर्फ ईसाई समुदाय ही नहीं बल्कि देश के अन्य धर्म के लोग भी धूमधाम के साथ मनाते हैं। सरधना चर्च से लेकर शहर के सभी चर्च में ईसाई समाज के लोगों की भीड़ उमड़ी रही। क्रिसमस पर्व अभी एक सप्ताह तक चलेगा। जिसमें विभिन्न आयोजन किए जाएंगे।