केंद्र सरकार ने अपनी नाकाम योजनाओं के तीर से संपूर्ण देश को प्रभावित किया है। इनकी हर असफल योजना से सैकड़ों भारतीयों को अपने प्राणों की आहुति तक देनी पड़ी है। नोटबंदी की लाइन में सौ से अधिक लोग प्रत्यक्ष और सैकड़ों अप्रत्यक्ष रूप से मारे गए। आधा देश बर्बाद हो गया। इसके बाद कोरोना काल में ताली थाली बजवाने के बावजूद हजारों लोग सरकारी अव्यवस्थाओं के कारण चल बसे । भारत की आधारशिला कृषि पर तुगलकी फरमान जारी कर किसानों को आंदोलित किया और सैकड़ों किसानों की बलि लेकर काले कृषि कानून वापस लिये। उन्होंने कहा कि तानाशाह सरकार का इससे भी पेट नहीं भरा तो हिन्दुस्तान के युवाओं से किये गये वायदे प्रति वर्ष दो करोड़ रोजगार देंगे को कलंकित करते हुए अजीबोगरीब संविदा कानून अग्निपथ योजना को लागू कर दिया।
यह भी पढ़े : Jumma namaz Alert : आज जुमे की नमाज को लेकर अलर्ट, पीएसी और आरएएफ तैनात गुड्डू प्रधान ने कहा कि भारत के युवकों को ये समझना होगा कि देश की तमाम संस्थानों को ये सरकार बेच चुकी है और सरकार की नियत अब रक्षा मंत्रालय को प्राईवेट लिमिटेड करने की है। इनके हिसाब से ये धीरे धीरे सेना को संविदा कर्मचारी बनाने का षडयंत्र रच चुकी हैं अगर सही में हमारे देश का प्रधानमंत्री जुमलेबाज नहीं हैं तो पहले हिन्दुस्तान के युवाओं को अपने कथनानुसार दो करोड़ रोजगार प्रति वर्ष के हिसाब से आठ साल के कार्यकाल पूर्ण होने पर 16 करोड़ हिन्दुस्तानी युवाओं को रोजगार प्रदान करें। असंगठित नेतृत्व विहीन शुब्ध भारतीय युवाओं के साथ हुए छल से आज देश का युवा भविष्य को लेकर गंभीर कशमकश में है। सरकार को इनके विरोध पर तत्काल अग्निपथ योजना को वापस लेना चाहिए।