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केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा- अच्छे और छोटे रास्तों से देश में आएगी खुशहाली और समृद्धि, देखें वीडियो उन्होंने कहा कि प्रशासन की मंशा यह कतई नहीं है कि वह गलत आदमी को गिरफ्तार करे। जो लोग हिंसा में लिप्त थे उन्हीं पर कार्रवाई की गई है। कुछ और लोगों के नाम सामने आ रहे हैं। एडीजी ने बताया कि पुलिस ने वेस्ट यूपी में अलग-अलग स्थानों से पिछले 24 घंटों में पीएफआई के 11 लोगों को गिरफ्तार किया। मेरठ में 20 दिसंबर की हिंसा में शामिल होने के शक में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के छह सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मेरठ से अब तक सर्वाधिक 21 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पुलिस पकड़े गए लोगों के बैंक खाते खंगाल रही है। उधर, हापुड़ में एक व्यक्ति के गिरफ्तार किया गया है। उससे भारी मात्रा में सीएए से जुड़े भड़काऊ पर्चे मिले हैं। गत रविवार को मुजफ्फरनगर में भी चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बिजनौर में 12 लोगों को हिरासत लिया।
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CAA के विरोध में हुई हिंसा के पीछे फंडिंग को लेकर पुलिस ने पीएफआई के सदस्यों पर कसा शिकंजा मेरठ पुलिस ने पीएफआई सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाया हुआ है। रविवार की देर रात तक जिलेभर में छह गिरफ्तारियां हुईं। इसमें परतापुर से कारी इरफान निवासी सैलाना, सरूरपुर से मुस्तकीम निवासी खिवाई, इंचौली से कारी ओसामा निवासी लावड़ और लिसाड़ी गेट से अय्यूब निवासी श्यामनगर, महताब निवासी अहमदनगर व शोएब निवासी इस्लामनगर को गिरफ्तार किया गया। इनसे बरामदगी कुछ नहीं हुई। पुलिस का दावा है कि ये सभी पीएफआई के सदस्य हैं। शांतिभंग की आशंका के मद्देनजर सभी के विरुद्ध धारा-151 में मुकदमा दर्ज हुआ। एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि पीएफआई से जुड़े लोगों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इस पर काफी तेज गति से काम चल रहा है।