दरअसल, अधिकांश कार्यालयों में अधिकारियों और कर्मचारियों को समय से न आने की शिकायतें आए दिन आती रहती हैं। ऐसे अधिकारी और कर्मचारियों के कारण आम लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिसका खामियाजा सभी लोगों को भुगतना होता है। शिकायत मिलने के बाद ही शासन गंभीर हुआ और मंडल व जनपद के कार्यालयों में कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों की समय से उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए ये कडे़ कदम उठाए हैं। शासन की ओर से विशेष सचिव शीतला प्रसाद ने मेरठ समेत सभी जिलों के डीएम को निर्देश जारी किए हैं। साथ ही पूर्व में किए गए औचक निरीक्षण की रिपोर्ट न भेजने पर नाराजगी भी जतायी है।
विशेष सचिव ने मंडल व जनपद के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि सप्ताह में न्यूनतम एक बार समय से विभिन्न कार्यालयों में अधिकारियों व कर्मचारियों की उपस्थिति का औचक निरीक्षण कर सुनिश्चित करें। साथ ही अनुपस्थित पाए गए सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई करें। इसके साथ ही जिन कार्यालयों में अधिक संख्या में अधिकारी व कर्मचारी गैरहाजिर पाए जाते हैं, वहां पर्यवेक्षणीय अधिकारी का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाए।
यह भी देखें: विश्वप्रसिद्ध चर्च की खासियत जान हो जाएंगे हैरान, देखें वीडियो विशेष सचिव ने की गई कार्रवाई की सूचना प्रत्येक शुक्रवार को ई-मेल पर भेजने के लिए कहा है। जिसमें मुख्य रूप से कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों की संख्या, उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों की संख्या, गैरहाजिर अधिकारियों व कर्मचारियों की संख्या व गैरहाजिर के खिलाफ की गई कार्रवाई आदि का ब्यौरा भी देना होगा। शासन का आदेश आने के बाद अब किसी भी दिन मंडल व जनपद स्तरीय कार्यालयों में आला अधिकारी औचक छापेमारी करेंगे। मंडलायुक्त अनिता सी मेश्राम ने मंडल के सभी डीएम को जनपद के कार्यालयों में समय से उपस्थिति सुनिश्चित कराने के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही औचक निरीक्षक की बात भी कही है।