सेना में भर्ती होने के लिये वर्षों की तैयारी और फिर चार साल की नौकरी और उसके बाद रिटायर्ड होकर बेरोजगारी का ठप्पा। इस योजना से रिटायरमेंट के बाद हताशा मिलेंगी और नौजवानों द्वारा कोई गलत कदम भी उठाया जा सकता हैं या किसी प्राइवेट कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने इस योजना के माध्यम से प्राइवेट कंपनियों को ट्रेन्ड सिक्योरिटी गार्ड का सौगात देने का काम किया हैं। उन्होंने आगे कहा कि मोदी जी, सेना देश का गौरव हैं आपकी प्राइवेट एजेंसी नहीं जहाँ आप 04 साल की नौकरी देने का ड्रामा कर रहें हैं। अंकुश चौधरी ने कहा कि आज इस वजह से पूरे देश में नौजवानों में गहरा आक्रोश हैं, वो सड़कों पर उतरा हुआ हैं, उनकी उम्मीदों को एक झटके में मोदी जी ने चकनाचूर कर दिया।
यह भी पढ़े : अग्निपथ विरोध की आंच मेरठ पहुंची,प्रदर्शनकारी युवाओं ने किया 20 को दिल्ली कूच करने का ऐलान नौजवानों का कहना हैं कि हताशा के इस माहौल में लोग अपने माँ-बाप को चिट्ठी लिखकर आत्महत्या कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी प्रदर्शन के माध्यम से नौजवानों से कहना चाहती है कि अपने भविष्य के बारे में सोचिये, ये जुमलेबाजी करने वाले लोग आपके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर सकते हैं पर आपको नौकरी नहीं दे सकते। मोदी जी के इस योजना से सेना के गौरव के घटने का भी अंदेशा हैं क्योकि जो चार साल की नौकरी के लिये जायेगा उसमें देश प्रेम का वो भाव और निष्ठा नहीं आ सकती। क्योंकि 25 प्रतिशत को आगे स्थायी करने का जो प्रावधान हैं, अंदेशा हैं कि नौजवानों की ऊर्जा अफसरों को खुश करने में ज्यादा लगेगा।
यह भी पढ़े : Agneepath scheme protest : अग्निपथ के विरोध में रालोद ने किया युवक पंचायत का ऐलान, चौधरी जयंत ने संभाली कमान उन्होंने कहा कि देश के करोड़ों नौजवान नरेंद्र मोदी जी को कभी माफ नहीं करेंगे, क्योंकि इन्हीं नौजवानों ने मोदी जी को अपने कंधे पर बैठाकर 2014 और 2019 में सत्ता के शिखर पर पहुचाने का काम किया और बदलें में मोदी सरकार ने रोजगार के नाम पर बार-बार धोखा देने का कार्य किया हैं। प्रदर्शन में मदन सिंह मान, कुलदीप त्यागी, संजय गुप्ता, मनोज शर्मा, कारण अग्रवाल देश वीर सिंह, बबली देवी, बंटी जाटव,मनोज राणा,करतार यादव, यासीन मलिक,आनंद दुआ, वैभव मलिक, अमित कुमार ,रियाजुद्दीन एहसान भारती, अमित बागड़ी, परवीन वालिया ,नवनीत सिंह सहित कई कार्यकर्ता शामिल हुए ।