भाजपा से विधायक चुने गए विजय राजभर गरीब पारिवारिक पृष्ठभूमि से आते हैं। घोसी के सहादतपुरा मुहल्ले में उनका मकान है। उनके पिता नन्दलाल राजभर मुंशीपुरा ओवर ब्रिज के नीचे सड़क पर सब्जी की दुकान लगाते हैं। पिता की दिनचर्या सब्जी मंडी से शुरू होकर वहीं खत्म होती है। इसी दुकान की कमाई से उन्होंने विजय राजभर समेत तीन बेटे और दो बेटियों को पढ़ा लिखाकर काबिल बनाया।
विजय ने अपने राजनैतिक करियर की शुरुआत 2012 में नगर पालिका क्षेत्र के चुनाव से की। सहादतपुरा महल्ले से ही वह वार्ड निर्दलीय सभासद बने। उसके बाद वह आरएसएस के सदस्य बन गए। इसके बाद उन्हें बीजेपी से राजनीति करने का अवसर मिला। निरन्तर वह पार्टी की सेवा करते रहे। नतीजतन विजय को पार्टी ने पहले नगर अध्यक्ष, फिर जिला महामंत्री बनाया और उपचुनाव में सीधे विधायक का उममीदवार ही बना दिया। जीत के बाद विजय के परिवार और समर्थकों की खुशी का ठिकाना नहीं है।