बांके बिहारी और राधारानी के लिए कोट
महाराष्ट्र के पुणे से भी एक अनूठी राखी आई है। राखी के साथ चावल, मेवा के अलावा दो रेनकोट भी हैं। साथ में एक चिट्ठी भी है, जो ठाकुर जी के लिए लिखी गई है। मंदिर के कर्मचारियों ने जब रेनकोट देखा, तो वह अचंभित हो गए। मंदिर के कर्मचारी दिनेश ने राखी के साथ आए पत्र को जब पढ़ा तो बहन की भावना देख भाव विभोर हो गए। चिठ्ठी में लिखा है, “सपने में देखा कि बिहारी जी और राधा रानी निधिवन में रास कर रहे हैं। उसी दौरान बारिश हो जाती है। जिसमें दोनों भीग गए हैं। निधिवन जाते समय और रास रचाते समय ठाकुर जी और राधारानी बरसात में न भीगे इसलिए रेन कोट भेज रही हूं।” ऐसी भक्ति सुर्खियों में आ गई।