Premanand Ji Maharaj Health Deteriorated: वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी महाराज (Premanand Ji Maharaj) की तबीयत शुक्रवार 12 अप्रैल की रात अचानक बिगड़ गई। इसके बाद आनन-फानन में प्रेमानंद जी महाराज को उनके शिष्यों द्वारा राम कृष्ण मिशन अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया। यहां डॉक्टरों ने प्रेमानंद महाराज की जांच की और उनका इलाज किया। जानकारी के मुताबिक, प्रेमानंद जी महाराज के सीने में अचानक दर्द (Premanand Maharaj Chest Pain) उठा था। इसके बात उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई।
प्रेमानंद महाराज के निधन की चली थी फेक खबर प्रेमानंद महाराज का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता। इससे पहले भी वह कई बार अस्वस्थ हो चुके हैं। कुछ महीने पहले प्रेमानंद जी महाराज के निधन की भ्रामक खबर भी चल गई थी। सोशल मीडिया पर अचानक प्रेमानंद जी महाराज के निधन से जुड़ी पोस्टें शेयर और फारवर्ड की जाने लगीं। इसके बाद उनके श्रद्धालुओं में भी हड़कंप मच गया। वहीं बाद में प्रेमानंद महाराज के शिष्यों द्वारा आधिकारिक जानकारी दी गई कि वह बिलकुल ठीक हैं। उनके निधन की खबर झूठी है।
अब प्रेमानंद महाराज की कैसी है तबीयत? डॉक्टरों ने जांच और इलाज के बाद प्रेमानंद जी महाराज को 12 अप्रैल की रात में ही डिस्चार्ज कर दिया था। इसके बाद वह अपने आश्रम लौट गए थे। बताया जा रहा है कि फिलहाल प्रेमानंद महाराज का स्वास्थ्य ठीक है और वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
प्रेमानंद जी महाराज की खराब है दोनों किडनी प्रेमानंद जी महाराज के बीमारी के बारे में जानकर लोग ताज्जुब हो जाते हैं। पिछले 17-18 सालों से प्रेमानंद जी महाराज की दोनो किडनी खराब हैं। लेकिन इसके बाद भी फिर भी उनके जीवंत और अद्भुत स्वरूप को देखा जा सकता है।
प्रेमानंद जी महाराज रात में देते है भक्तों को दर्शन प्रेमानंद जी महाराज का आश्रम वृदांवन के रमणरेती क्षेत्र स्थित श्री हित राधा केलि कुंज है। इस आश्राम में प्रेमानंद जी महाराज एक निर्धारित समय के लिए विराजमान रहते हैं। प्रेमानंद जी महाराज का स्वास्थ्य खराब रहने के बावजूद प्रतिदिन रात्रि 2:30 बजे वह अपने एक अन्य आश्रम से निकलकर परिकर्मा मार्ग पर पैदल चलते हैं। यहां पर सार्वजनिक रूप से बड़ी से बड़ी संख्या में श्रद्धालु उनके दर्शन कर सकें।
जानें क्या है प्रेमानंद जी महाराज का पूरा नाम? प्रेमानंद जी महाराज का पूरा नाम प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज है। उनके प्रवचनों ने आज पूरे देश और दुनिया में एक नई लहर सी ला दी है। युवा से लेकर बड़े बुजुर्ग तक सब प्रेमानंद जी महाराज को सुनना और उनके दर्शन करना चाह रहे हैं।