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पांच मार्च के बाद रुपए सबसे तेज
एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता ने बताया कि कोरोना काल में बीते चार महीने में डॉलर के मुकाबले जबरदस्त मजबूती दर्ज करने वाली मुद्राओं में रुपया शामिल है। उन्होंने बताया कि घरेलू शेयर बाजार में आई जबरदस्त तेजी और डॉलर का इन्फ्लो बढऩे से देसी करेंसी को मजबूती मिली है। डॉलर के मुकाबले रुपया पांच मार्च के बाद के सबसे ऊंचे स्तर पर है जब देसी करेंसी 73.04 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर बनी हुई थी। घरेलू शेयर बाजार भी बीते करीब पांच महीने की ऊंचाई पर बना हुआ है।
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5 फीसदी की तेजी
कोरोना काल के आरंभिक दिनों में अमरीकी डॉलर के मुकाबले देसी करेंसी में कमजोरी आई थी जब रुपया डॉलर के मुकाबले 76.96 रुपए प्रति डॉलर तक फिसला था। उसके बाद अब तक रुपए में करीब पांच फीसदी की मजबूती आई है।
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डाॅलर इंडेक्स में गिरावट
बीएसई का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र से 305 अंकों यानी 0.78 फीसदी की बढ़त के साथ 39,418.47 पर कारोबार कर रहा था और एनएसई का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 83.25 अंकों यानी 0.72 फीसदी की तेजी के साथ 11,642.50 पर बना हुआ था। उधर, दुनिया की छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर इंडेक्स बीते सत्र से 0.53 फीसदी की तेजी के साथ 92.50 पर कारोबार कर रहा था।