यह भी पढ़ेंः- पेट्रोल और डीजल की कीमत में लगातार दूसरे दिन इजाफा, आज इतने बढ़े आपके शहर में दाम
आखिर कैसे बात आई सामने?
वास्तव में एक अंग्रेजी मीडिया को दिए इंटरव्यू में रियल विजन ग्रुप के सीईओ राउल पैल ने क्रूड ऑयल की कीमतों के कम होने की संभावना हो प्रकट किया है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि मौजूदा समय में क्रूड ऑयल में रिकवरी देखने को मिल रही है। वहीं दूसरी ओर मार्केट चार्ट पर गौर करें तो डिफ्लेशन और ग्लोबली डिमांड घटने के भी संकेत मिल रहे हैं। उन्होंने अनुमान लगाकर कहा कि क्रूड ऑयल की कीमत 45 डॉलर प्रति बैरल तक गिर सकती हैं। उनके अनुसार क्रूड ऑयल के दाम 30 या 20 डॉलर प्रति बैरल तक आ सकते हैं। उन्होंने भारत के लिहाज से कहा कि यह भारतीयों के लिए अच्छी खबर इसलिए है क्योंक डिमांड गिरते ही कीमतें भी कम होने लगती हैं। वैसे भी भारत कच्चे तेल का बड़ा आयातक देश है।
यह भी पढ़ेंः- आनंद महिंद्रा के एक ट्वीट ने केंद्र सरकार की खोली आंखें, एक दिन में जारी किया 80 वर्षीय महिला को गैस सिलेंडर
अगर ऐसा हुआ तो क्या होंगी पेट्रोल और डीजल की कीमत?
भारतीय एक्सपर्ट्स की बात करें तो अगर ऐसा होता है तो पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। एंजेल ब्रोकिंग एंड कमोडिटी एंड रिसर्च के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता ने बताया कि अगर इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल के दाम 20 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंचते हैं तो सरकार के सभी टैक्स और सब मिलाकर पेट्रोल के दाम 30 रुपए से 40 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच सकते हैं। वहीं डीजल की बात करें तो इसके दाम भी 25 रुपए प्रति लीटर पर आ सकते हैं। लेकिन यह दाम कितने दिनों तक रहेंगे यह कहा नहीं जा सकता। क्योंकि इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल के दाम रोजाना बदलते हैं। उसी के अनुसार पेट्रोल और डीजल के दाम में रोज बदलाव होता है।
यह भी पढ़ेंः- IMF ने भारत की आर्थिक वृद्घि दर पर जताई चिंता, कहा-उम्मीद से काफी कमजोर
पहले भी सस्ता हो चुका है क्रूड ऑयल
क्रूड ऑयल की कीमतों में बड़ी गिरावट पहले भी आ चुकी है। 2016 जनवरी में डब्ल्यूटीआई क्रूड ऑयल प्राइस 36 डॉलर के आसपास पहुंचे थे। जबकि 2014 जून में इसी के दाम 113 डॉलर प्रति बैरल के आसपास पहुंच गए थे। अगर बात पेट्रोल और डीजल की बात करें तो जून 2014 में नई दिल्ली में औसतन पेट्रोल का दाम 72 रुपए प्रति लीटर था। जबकि जब 2016 में क्रूड ऑल 36 रुपए था तो पेट्रोल के दाम 44 रुपए प्रति लीटर के आसपास था। मतलब साफ है कि क्रूड ऑयल के दाम कम होते हैं तो पेट्रोल अैर डीजल के दाम कम होते है और क्रूड ऑयल के दाम बढ़ते हैं तो पेट्रोल डीजल के दाम भी बढ़ते ही हैं।
यह भी पढ़ेंः- ग्लोबल बाजार संकेतों की वजह से शेयर बाजार में तेजी, सेंसेक्स में 130 का उछाल, निफ्टी 36 अंकों की तेजी
मौजूदा समय में क्या हैं क्रूड ऑयल के दाम
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई पर बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड के नवंबर डिलीवरी अनुबंध में 61.14 डॉलर प्रति बैरल पर है। वहीं, न्यूयॉर्क मर्केंटाइल एक्सचेंज यानी नायमैक्स पर अमरीकी लाइट क्रूड डब्ल्यूटीआई के अक्टूबर डिलीवरी अनुबंध में 56.11 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा है। वहीं अमरीका में कच्चे तेल का भंडार लगातार चौथे सप्ताह घटा है। अमरीकी एजेंसी एनर्जी इन्फोरमेशन एडमिनिस्ट्रेशन यानी ईआईए की रिपोर्ट के अनुसार, छह सितंबर को समाप्त हुए सप्ताह में कच्चे तेल के भंडार में 69 लाख बैरल की कमी आई। ईआईए के अनुसार, अमेरिका में कच्चे तेल का भंडार 41.61 करोड़ बैरल रिकॉर्ड किया गया जो कि अक्टूबर 2018 के बाद का सबसे निचला स्तर है।