बीवी-रिश्तेदारों के खातों में ट्रांसफर किए पैसे
पुलिस की जांच में पता चला है कि निवास ब्लॉक के बीईओ कार्यालय का अस्थाई कर्मचारी कंप्यूटर ऑपरेटर सतीश बर्मन काफी समय से मृत कर्मचारियों के वेतन को अपने रिश्तेदारों के खातों में ट्रांसफर कर रहा था। यही नहीं बर्मन ने साल 2020 अगस्त में मृत एक सहायक कर्मचारी के नाम का वेतन अपनी पत्नी के अकाउंट में कर उसे लखपति बना लिया है। घोटालेबाज ऑपरेटर ने छात्रवृत्ति की राशि, बोर्ड की संबद्धता शुल्क, और हाउस रेंट में भी कई गड़बड़ियां कर अपने रिश्तेदारों का मालामाल कर रखा है। कंप्यूटर ऑपरेटर सतीश ने साल 2018 से लेकर 2024 तक 6 सालों में करीबन 45 लाख का घोटाला किया है। ऐसे खुला घोटाला
भोपाल के कोष एवं लेखा निदेशालय की टीम को बीईओ कार्यालय के कुछ लेन-देन संदिग्ध लगे। जिसके कारण जबलपुर के कोष एवं लेखा विभाग को इसकी जानकारी दी और मई के महीने में जांच के लिए पत्र भेजा गया। इसके तुरंत बाद ही इस मामले की जांच शुरू हुई। यह जांच लगभग 5 महीने तक चली जहां इस मंगलवार जिला प्रशासन के निर्देश पर विभाग ने निवास थाने में इस घोटाले की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत दर्ज करने के बाद 5 क्लर्क, कंप्यूटर ऑपरेटर सहित 11 लोगों पर मामला दर्ज किया गया।