(1) डिजिटल मार्केटिंग
इंटरनेट ने दुनिया भर में बिक्री के तरीकों को बदल कर रख दिया है। कई व्यवसाय आज डिजिटल हैं, यहां तक कि छोटे दुकानदारों ने भी डिजिटल और सोशल मीडिया के साथ वर्चुअल मार्केट का उपयोग करना शुरू कर दिया है। शारीरिक दिव्यांगता वाले छात्र 10+2 करने के बाद एक आकर्षक कॅरियर के रूप में डिजिटल मार्केटिंग में अपना भविष्य बना सकते हैं।
(2) कम्युनिकेशन मैनेजमेंट
कम्युनिकेशन मैनेजमेंट प्रोग्राम में मास्टर प्रोग्राम, जनसंपर्क, वकालत और विचार-विमर्श में इस्तेमाल की जाने वाली प्रभावी संचार रणनीतियों पर केंद्रित है। छात्र नई और मौजूदा संचार प्रौद्योगिकी, जैसे वेबसाइट, ई-मेल और सोशल मीडिया का बेहतर उपयोग करने के तरीके सीखते हैं।
(3) इंटरनेट ऑफ थिंग्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
नई तकनीक मेंटरों के सामने नई चुनौतियां लेकर आती हैं। जहां वे स्टूडेंट्स के बीच एप्रोच को लेकर मार्गदर्शन करते रहते हैं, वहीं उन समस्याओं का भी निवारण करते रहते हैं, जो काम के दौरान पेश आती हैं।
(4) वेब डेवपलमेंट
भारत की विकासशील अर्थव्यवस्था में छोटे स्टार्टअप और नए उद्यम बढ़ रहे हैं जहां व्यवसायों को अधिक व्यावसायिक लाभ के लिए डिजिटल उपस्थिति की आवश्यकता होती है। वेब डेवलपमेंट को वेबसाइट डेवलपमेंट के नाम से भी जाना जाता है। अपने खुद के काम या बेहतर नौकरी के लिए वेब डेवलपमेंट का कोर्स करने के लिए रचनात्मक कौशल और पैशन की आवश्यकता होती है।
(5) मोबाइल रिपेयरिंग
सिस्को की एक रिपोर्ट का अनुमान है कि 2022 तक स्मार्टफोन यूजर्स के दोगुना होने की उम्मीद है और यह आंकड़ा 829 मिलियन यूजर्स तक पहुंच सकता है। मरम्मत के बाद फिर से बेचे जा रहे स्मार्टफोन का असंठित मार्केट जो पहले ऑफलाइन था, अब यह भी ऑनलाइन अपनी जगह बना रहा है। ये सभी कॅरियर ऑप्शन्स न केवल साधारण युवाओं के लिए हैं वरन फ्लिपकार्ट, अमेजन, इंस्टाकैश, क्विकर सहित उदयुपर के नारायण सेवा संस्थान जैसे कुछ एनजीओ अपने स्मार्ट विलेज में शारीरिक रूप से दिव्यांग लोगों के लिए व्यावसायिक पाठ्यक्रम भी प्रदान कर रहे हैं।