म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए कैसे करे फंड का चयन
कम कीमत में खरीदा, अधिक कीमत पर बेचा
जब मार्च 2020 में महामारी के तुरंत बाद सेंसेक्स में भारी गिरावट आई और यह 29,000 से नीचे पहुंच गया, तो फंड ने पोर्टफोलियो में शुद्ध इक्विटी बढ़ाकर 73.7 फीसदी कर दिया। नवंबर 2021 तक जब बाजार 60,000 से अधिक के स्तर तक पहुंच गया था, तब आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल बैलेंस्ड एडवांटेज ने अपनी शुद्ध इक्विटी को 30 फीसदी से कम कर दिया। मई 2023 तक शुद्ध इक्विटी स्तर 39.7 फीसदी है। इस दृष्टिकोण को देखते हुए फंड कम कीमत पर खरीदने और अधिक कीमत पर बेचने में सक्षम था। इसने निवेशकों को महंगे बाजारों के दौरान मुनाफा बुक करने में भी मदद की, जिससे पोर्टफोलियो को बाद के बाजार मंदी से बचाया जा सका। ध्यान देने वाली बात यह है कि शुद्ध इक्विटी एक्सपोजर 30 फीसदी के स्तर तक नीचे जा सकता है, लेकिन हेजिंग इक्विटी के लिए डेरिवेटिव निवेश की मदद से सकल इक्विटी एक्सपोजर आम तौर पर 65 फीसदी और उससे अधिक पर बनाए रखा जाता है।
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10 सालों में 13.5 फीसदी का रिटर्न
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल बैलेंस्ड एडवांटेज फंड 16 वर्षों से अधिक के लगातार प्रदर्शन के ट्रैक रिकॉर्ड के साथ इस श्रेणी में अग्रणी है। स्टॉक, बॉन्ड और डेरिवेटिव को चतुराई से जोड़कर, फंड जोखिम के अपेक्षाकृत कम स्तर पर स्थिर रिटर्न देने में लगातार बना हुआ है। आंकड़े बताते हैं कि आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के बैफ ने 10 सालों में 13.5 फीसदी की दर से रिटर्न दिया है। एक बैलेंस्ड एडवांटेज फंड में निवेश करने से यह उम्मीद की जाती है कि इसका रिटर्न महंगाई को मात देगा। डेट रिटर्न से बेहतर होगा। लेकिन, लंबी अवधि में इक्विटी रिटर्न से थोड़ा कम होगा। पिछले दस सालों में फंड में एसआईपी ने 11.95 फीसदी का रिटर्न दिया है, जो इसे श्रेणी में शीर्ष प्रदर्शन करने वालों में रखता है। तीन साल में यानी 15 जून 2023 तक के अर्थलाभ के आंकड़ों के मुताबिक, आईप्रू बैफ ने 18 फीसदी और पांच साल में 11 फीसदी का रिटर्न दिया है। इसी अवधि में इसकी कैटेगरी ने 14.8 और 8.6 फीसदी, जबकि क्रिसिल हाइब्रिड इंडेक्स ने 15.6 और 11 फीसदी का रिटर्न दिया है।