UP by election 2024: सियासी लाभ के लिए भाजपा परिवारों में डालती है फूट…तेज प्रताप यादव ने दिया बड़ा बयान
UP by election 2024: उत्तर प्रदेश में उपचुनाव की सरगर्मी परवान पर है। ऐसे में करहल से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी और अखिलेश यादव के भतीजे तेज प्रताप सिंह यादव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने क्या कहा आइये बताते हैं।
UP by election 2024: उत्तर प्रदेश की करहल विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी का लंबे समय से वर्चस्व है। उपचुनाव के दंगल में अपने इस गढ़ को बचाने के लिए पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने भतीजे, पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव को मैदान में उतारा है। वहीं भाजपा ने इस सीट से चाचा धर्मेंद्र यादव के सगे बहनोई अनुजेश यादव को उतारा है। ऐसे में सियासी लड़ाई काफी रोमांचक हो गई है। पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव ने कहा है कि भाजपा सियासी लाभ के लिए परिवारों में फूट डलवाती है।
करहल से सपा संसद तेज प्रताप यादव ने कहा कि भाजपा ने तमाम लोगों से संपर्क किया। जब कोई उम्मीदवार तैयार नहीं हुआ तो केवल पारिवारिक फूट कराने के लिए इन्हें उतारा गया है। भाजपा की आदत रही है कि पहले धर्म के नाम पर लोगों को लड़ाया, फिर जातियों का बंटवारा किया और अब परिवारों में फूट डाल रही है। महाराष्ट्र में पहले एनसीपी और फिर शिवसेना को बांटा। भाजपा की परिवारों में फूट करवाने की पुरानी पॉलिसी रही है।
“जहां दिखे सपाई, वहां बिटिया घबराई” पर दिया बड़ा बयान
“जहां दिखे सपाई, वहां बिटिया घबराई” पर तेज प्रताप यादव ने कहा कि सरकार भाजपा की है। अपराधियों को सजा दिलवाने का काम सरकार का है। भाजपा के कई बड़े नेता कुलदीप सेंगर और नित्यानंद जैसे अपराधों में संलिप्त रहे हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री ने बचाने का काम किया है। एनसीआरबी के डेटा को देखें तो महिला सुरक्षा के मामले में यूपी फिसड्डी है। राजधानी लखनऊ समेत रूरल एरिया में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।
पोस्टर वॉर पर दिया बयान
उपचुनाव के दौरान भाजपा और सपा के पोस्टरों में ‘बंटेंगे-कटेंगे, जुड़ेंगे-सुरक्षित रहेंगे’ जैसे नारों पर सपा नेता कहा कि भाजपा बांटने की राजनीति करती है। यह लोग ऐसे नारों से लोगों में डर पैदा करना चाहते हैं। सपा का नारा ‘जुड़ेंगे तो जीतेंगे’ सही है। सपा ने समाज के अंतिम व्यक्ति को राजनीति से जोड़ा है, यही वजह है कि हर तबके के लोग राजनीति में आगे आ रहे हैं।
परिवारवाद पर सपा प्रत्याशी ने कहा कि यूपी में 403 विधानसभा सीटें हैं और परिवार का केवल एक सदस्य ही विधानसभा में है। अगर दो लोग भी हो जाएं, तो भी यह एक प्रतिशत से कम ही रहेगा। भाजपा पीडीए से घबराई है। उपचुनाव में लोगों के मन में पीडीए को लेकर विश्वास है। भाजपा का दावा है कि सपा ने सिर्फ यादव वर्ग को ही नौकरी दी। यह सरकार दलित और पिछड़ा विरोधी है। इसके खिलाफ लोग लामबंद हो रहे हैं। भाजपा को अपने हाथों से सत्ता जाती दिख रही है। इस कारण यह घबराए हुए हैं। सरकार ने आठ सालों में कितने पिछड़ों को रोजगार दिया है इसका डेटा जारी करें।
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