संजय रजक, डॉ. आंबेडकर नगर (महू). घर की माली हालत खराब थी पर इस लड़की ने हार नहीं मानी और संघर्ष करती रही। अपनी मेहनत, लगन और जज्बे के बल पर आखिरकार उन्होंने मुकाम पा ही लिया। प्रीति रजक अब सेना की सबसे कमाल की शूटर बन चुकी हैं। वह इटली के लोनेटो में इंटरनेशनल सिंगल ट्रेप शूटिंग इवेंट में हिस्सा लेंगी।
मां ने एनजीओ में नौकरी कर घर की जिम्मेदारी उठाई तो प्रीति ने बड़ी बहन के शूटिंग के शौक को तकदीर बनाकर शुरुआत की- पांच साल की उम्र में ही प्रीति का संघर्ष प्रारंभ हो गया था। मां ने एनजीओ में नौकरी कर घर की जिम्मेदारी उठाई तो बेटी प्रीति ने बड़ी बहन के शूटिंग के शौक को तकदीर बनाकर शुरुआत की। आर्थिक स्थित ठीक नहीं होने से महंगा शौक पूरा करने की हैसियत नहीं थी।
सेना की एक भर्ती विज्ञापन ने किस्मत बदल दी- इसी बीच सेना की एक भर्ती विज्ञापन ने किस्मत बदल दी। आज नर्मदापुरम निवासी प्रीति रजक भारतीय सेना में सबसे कम उम्र की शूटर बन गई हैं। महज 20 साल की प्रीति कमाल का निशाना लगाती हैं। प्रीति अभी एएमयू में ट्रेनिंग ले रही हैं।
वर्ल्ड कप शूटिंग चैम्पियनशिप में प्रीति ट्रेप शूटिंग में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी— मिश्र की राजधानी काहिरा में इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट्स फेडरेशन की ओर से आयोजित वर्ल्ड कप शूटिंग चैम्पियनशिप में प्रीति ट्रेप शूटिंग में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। इसके बाद मई में कजाकिस्तान के अलमाटी में स्पर्धा है। जून में वह इटली के लोनेटो में इंटरनेशनल सिंगल ट्रेप शूटिंग इवेंट में हिस्सा लेंगी।
Hindi News / Mahu / न पैसा न संसाधन पर अथक संघर्ष किया और बन गईं कमाल की शूटर