मधुबनी। जिला रेलवे स्टेशन पर तकरीबन पांच हजार यात्री प्रतिदिन आते हैं। यहां दो दर्जन से ज्यादा ट्रेने भी रुकती हैं। यात्री सुविधा के नजरिये से देखें तो अब भी यहां आने वाले यात्रियों को शुद्ध व्यंजन, नाश्ते, भोजन की सुविधा नहीं मिली है। स्टेशन के प्लेटफॉर्म के एक छोर से दूसरे छोर तक जाने पर भी कहीं भी नाश्ते या भोजन किसी काउंटर पर नहीं मिलेगा।
नाश्ते या भोजन के लिए यात्रियों को स्टेशन से बाहर इधर-उधर भटकना पड़ता है, या खुद घर से लाए नाश्ता व भोजन पर निर्भर रहना पड़ता है। हालांकि स्टेशन पर आइआरटीसी द्वारा संचालित एक फास्ट फूड यूनिट भी है, पर यहां यह सुविधा उपलब्ध नहीं है।
फरवरी 2014 में यात्रियों की सुविधा के लिए मधुबनी रेलवे स्टेशन पर आइआरटीसी द्वारा संचालित एक कैटररर्स द्वारा फूड प्लाजा खोला गया। लेकिन यहां बिस्किट, चिप्स, कोल्ड ड्रिंक, पानी की बोतल के अलावा अन्य पैक फूड ही उपलब्ध हैं। मेन्यू चार्ट भी काउंटर पर लगाया गया है।
इसमें आमलेट, समोसा, आलू पराठा, स्लाइस ब्रेड सहित अन्य का जिक्र है, पर यह उपलब्ध नहीं है। इस वजह से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। स्टेशन पर अवस्थित कैटररर्स के प्रबंधक का कहना है कि पहले नाश्ता बनाया जाता था, पर लोग खरीदने नहीं आते थे, इसलिए बंद कर दिया।
Hindi News / Madhubani / इस स्टेशन पर भूख से परेशान हो जाते हैं यात्री. सुविधाओं ने नाम पर शून्य