22 जून तक मुफ्त राशन योजना योजना को तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। कैबिनेट बैठक में जब सीएम योगी ने योजना के विस्तार पर चर्ची की तो इसे भाजपा की ‘डबल इंजन सरकार’ का एक उदाहरण बताते हुए योगी ने कहा कि यूपी में नवगठित सरकार का पहला निर्णय 15 करोड़ गरीब लोगों को समर्पित है। यह योजना मार्च 2022 में समाप्त होनी थी। नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक ने योजना के लाभ को तीन महीने के लिए 22 जून तक बढ़ाने का निर्णय लिया है।
दो बार मिलता है राशन राज्य में दो योजनाओं के तहत 3.16 करोड़ राशन कार्डधारक कवर किए जाते हैं। इनमें प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना और नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट शामिल हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना अन्न योजना के तहत कार्डधारकों को पांच किलो गेहूं, चावल और एक किलो चना दिया जाता है। शनिवार को केंद्र ने इस योजना को छह महीने और बढ़ाने की घोषणा की है। एनएफएसए के तहत कार्डधारकों को प्रति कार्ड हर महीने 35 किलो अनाज मिलता है। दोनों के लाभार्थी लगभग समान ही हैं, इसलिए प्रभारी रूप से यह कहा जा सकता है कि दोनों के लाभार्थी एक ही हैं। तीन करोड़ से अधिक लोग महीने में दो बार राशन पाते हैं।