प्रमुख सचिव रैंक पर प्रमोशन 2000 बैच के अधिकारियों को इस बार प्रमुख सचिव रैंक पर प्रमोशन दिया जाएगा। यह पदोन्नति यूपी प्रशासन में उनके कार्यक्षेत्र को अधिक मजबूत बनाएगी, जिससे वे राज्य स्तर पर निर्णय लेने में अधिक भागीदार होंगे। इसके अलावा, उनके अंतर्गत आने वाले विभागों के प्रशासन में भी नए परिवर्तन किए जाने की संभावना है।
सचिव पद पर 2009 बैच का प्रमोशन 2009 बैच के 40 आईएएस अफसरों का प्रमोशन विशेष सचिव और डीएम रैंक से
सचिव और कमिश्नर रैंक पर किया जाना है। इनमें
लखनऊ के डीएम सूर्यपाल गंगवार, वाराणसी के डीएम एस राजालिगम, गाजियाबाद के डीएम इन्द्र विक्रम सिंह, मथुरा के डीएम शैलेद्र कुमार सिंह और कानपुर के डीएम राकेश कुमार सिंह जैसे अधिकारी शामिल हैं। प्रमोशन के बाद, इन अफसरों की नई जिम्मेदारियां तय की जाएंगी और संभावना है कि उन्हें वर्तमान जिलों से स्थानांतरित किया जाएगा।
सिलेक्शन ग्रेड और सीनियर टाइम स्केल 2012 बैच के 51 अधिकारियों को 13 वर्षों की सेवा पूरी होने पर सिलेक्शन ग्रेड प्रदान किया जाएगा। इससे न केवल उनकी वरिष्ठता बढ़ेगी, बल्कि वे बड़े फैसले लेने के लिए अधिकृत होंगे। इसी प्रकार, 2021 बैच के 17 आईएएस अफसरों को चार साल की सेवा पूर्ण होने पर सीनियर टाइम स्केल दिया जाएगा। यह उन युवा अधिकारियों के करियर में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे उन्हें और अधिक जिम्मेदारियां मिलेंगी।
प्रमोशन के लिए डीपीसी इन आईएएस अधिकारियों की डीपीसी (डिपार्टमेंटल प्रमोशन कमिटी) की बैठक दिसंबर के अंतिम सप्ताह में होगी। नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं, ताकि प्रमोशन आदेश 1 जनवरी, 2025 को जारी किए जा सकें। यह प्रमोशन प्रक्रिया यूपी के प्रशासनिक ढांचे में नए परिवर्तन लेकर आएगी, जिससे अधिकारियों को उनके कार्यों में अधिक प्रोत्साहन मिलेगा।
प्रशासनिक ढांचे में बदलाव इन प्रमोशनों से यूपी के प्रशासनिक ढांचे में नया जोश आएगा। सचिव पद पर प्रमोशन के बाद कई जिलों के डीएम की जिम्मेदारियों में बदलाव हो सकता है। प्रमोशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद, संभावना है कि प्रमुख जिलों में प्रशासनिक बदलाव होंगे, जिससे शासन की कार्यप्रणाली में नए दृष्टिकोण आएंगे।
विभिन्न बैच के प्रमोशन का प्रभाव यूपी के 2000, 2009, 2012 और 2021 बैच के अधिकारियों का प्रमोशन उनके करियर के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। वरिष्ठ अधिकारियों का प्रमोशन उन्हें नई जिम्मेदारियां देगा, वहीं नए अधिकारियों के प्रमोशन से युवा अधिकारियों को अपने अनुभव बढ़ाने का अवसर मिलेगा।
नए साल पर 115 से अधिक आईएएस अधिकारियों का प्रमोशन न केवल उनके करियर में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा, बल्कि यूपी के प्रशासनिक ढांचे में नए आयाम जोड़ने का कार्य करेगा। पदोन्नति के साथ जिम्मेदारियों में बदलाव, विभिन्न जिलों के प्रशासनिक कार्य में नई दिशा और दृष्टिकोण लाएगा, जिससे राज्य के विकास में नई संभावनाओं का उदय होगा।