यहां आगे भी बारिश की संभावना
मानसून की विदाई के साथ ही उत्तराखंड में अब मौसम साफ हो गया है। दिन में अच्छी धूप खिल रही है। आईएमडी के मुताबिक अगले एक सप्ताह तक मौसम शुष्क बना रहेगा। हालांकि कुमाऊं मंडल के जिलों में अगले एक सप्ताह में हल्की बारिश की भी संभावना है। अब राज्य में ठंड में बढ़ोत्तरी की संभावना है। आगे अब पर्वतीय जिलों में हाड़तोड़ ठंड लोगों को परेशान करेगी। वैज्ञानिकों ने इस साल जाड़ों में रिकॉर्डतोड़ ठंड पड़ने की संभावना जताई है। ये भी पढ़ें:-
56 साल बाद घर पहुंचेगा सिपाही का शव, सेना की चिट्ठी से लोग हैरान डेढ़ दशक का टूटा रिकॉर्ड
मानसून सीजन में सबसे ज्यादा बारिश सितंबर में हुई। सितंबर में 55 फीसदी बारिश ज्यादा हुई। सबसे कम बारिश जून में सामान्य से 49 फीसदी कम बारिश हुई। जुलाई में सामान्य से 20, अगस्त माह में नौ फीसदी बारिश सामान्य से अधिक हुई। कुमाऊं में इस बार मानसून जमकर बरसा। खासतौर पर पहाड़ के जिलों को मानसूनी बारिश ने तरबतर कर दिया। नतीजा रहा कि पहाड़ में डेढ़ दशक बाद सितंबर में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड दर्ज हो गया। पहाड़ में पिछले 15 सालों में इस बार सबसे अधिक बारिश सितंबर में रिकॉर्ड की गई। मौसम विभाग की वेबसाइट में मुक्तेश्वर केंद्र के आंकड़ों के मुताबिक कुमाऊं के पहाड़ी जिलों अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चम्पावत और नैनीताल को मिलाकर सितंबर में औसतन 351.28 बारिश रिकॉर्ड की गई है।