पंजाब मध्य पाकिस्तान पर बने चक्रवातीय दबाव के चलते बुधवार रात और गुरुवार सुबह प्रदेश के पश्चिमी अंचलों में तेज आंधी ने भारी तबाही मचाई। कई इलाकों में टीन शेड उड़ गये, बिजली के खम्भे और पेड़ उखड़ गये। तबाही में सहारनपुर में एक और पीलीभीत में दो लोगों की मौत हो गई।
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मौसम विभाग का कहना है कि शुक्रवार 19 मई को राज्य के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी चल सकती है। 22 व 23 मई को प्रदेश के कुछ हिस्सों में बौछारें पड़ने के आसार हैं। इसके अलावा 20 व 21 मई को प्रदेश के कई अंचलों में ग्रीष्म लहर की चेतावनी जारी की गई है। राज्य के दक्षिणी पूर्व व दक्षिणी पश्चिमी हिस्सों में ग्रीष्म लहर का प्रकोप रहेगा।पीलीभीत के बिलसंडा थानाक्षेत्र के गांव पिपरगहना निवासी अजय पाल पत्नी मुनीशा देवी समेत खेतों में झोपड़ी बनाकर रहते थे। गुरुवार तड़के तेज आंधी में झोपड़ी के भीतर मुनीशा देवी पति के लिए चाय बना रही थीं। इसी दौरान तेज आंधी में झोपड़ी भरभराकर बैठ गई। इसके नीचे दबने से मुनीशा देवी की मौत हो गई। जबकि दूसरी ओर पूरनपुर थानाक्षेत्र के गांव भगवंतापुर में नहर की पुलिय के पास गांव कंजाखेड़ा निवासी 70 साल के करम खां दूध लेकर जा रहे थे। इसी दौरान तेज आंधी में बिजली का पोल उनके ऊपर गिर गया। हादसे में उनकी मौत हो गई।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि 19 से 23 मई तक मौसम में उथल-पुथल रहेगी। इस दौरान तेज आंधी और बारिश से तापमान में मामूली गिरावट दर्ज हो सकती है।