IMD ने कहा कि केरल में मानसून देरी से आने के कारण इस बार अन्य हिस्सों में भी विलंब देखा जा सकता है। हालांकि, मौसम विभाग ने केरल में मानसून के आगमन की संभावित तारीख नहीं बताई, लेकिन कहा कि ये जरूरी नहीं है कि मानसून बाकी जगह भी देरी से आए, ये आने वाले दिनों में तय होगा।
अरब सागर में बने एक चक्रवाती तूफान ‘बिपरजोय’ ने मौसम विज्ञानियों की चिंता बढ़ा दी है। अगले 24 घंटों के भीतर इसके बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल जाने की आशंका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि बुधवार सुबह 5.30 बजे इसकी लोकेशन गोवा के पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम में लगभग 890 किलोमीटर दूर थी। इसके उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है। IMD ने कहा कि ईस्ट-सेंट्रल अरब सागर और आसपास के इलाकों में 90-100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। चक्रवात बिपरजोय के चलते, बुधवार शाम तक हवाओं की रफ्तार 125 किलोमीटर प्रति घंटा भी हो सकती है। उत्तरी केरल-कर्नाटक-गोवा के तटों पर 60 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से हवाएं चलने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने कहा कि अरब सागर में चक्रवात बिपरजोय के बनने और इसके संभावित रूट से केरल में मॉनसून की आमद पर असर हो सकता है। मॉनसून पहुंचने में दो-तीन की देरी हो सकती है। उत्तरी हिंद महासागर में तीन हफ्तों के भीतर यह दूसरा साइक्लोन बना है। इससे पहले बंगाल की खाड़ी में साइक्लोन ‘मोका’ बना था जिसने बांग्लादेश और म्यांमार में कहर बरपाया।
वहीं राज्य के शामली, सहारनपुर, बिजनौर, संभल, रामपुर, बदायूं, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोड़ा, अयोध्या, अमेठी, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, प्रतापगढ़, फतेहपुर, बांदा, कौशांबी, चित्रकुट, प्रयागराज और आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। इन जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।