बीमारियों का बढ़ता खतरा
बारिश के मौसम में पानी के जमाव और गंदगी के कारण मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है, जिससे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें, और अपने आसपास जलजमाव न होने दें।
फिसलन और दुर्घटनाएं
बारिश के दौरान सड़कें और फुटपाथ फिसलन भरे हो जाते हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। बाइक और स्कूटर चलाने वालों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। पानी भरे गड्ढों से बचें और धीमी गति से वाहन चलाएं। पैदल चलने वाले भी सतर्क रहें।
बिजली का खतरा
बरसात के दौरान बिजली के तारों और खंभों के संपर्क में आना खतरनाक हो सकता है। भीगे हुए हाथों से बिजली के उपकरणों को न छुएं और अगर कहीं बिजली का तार टूटा हुआ हो तो तुरंत बिजली विभाग को सूचित करें। घर में बिजली के उपकरणों का उपयोग सावधानीपूर्वक करें।
स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान
इस मौसम में जुकाम, खांसी और बुखार जैसी समस्याएं भी आम हो जाती हैं। गर्म पानी पीने और भीगे कपड़ों को तुरंत बदलने की आदत डालें। ताजे और साफ-सुथरे खाने का सेवन करें और बाहर के खाने से परहेज करें। हाइजीन का विशेष ध्यान रखें।
यात्रा के दौरान सतर्कता
बारिश के मौसम में यात्रा करते समय हमेशा अपने साथ एक छाता और रेनकोट रखें। यात्रा से पहले मौसम की जानकारी अवश्य लें और जरूरी दस्तावेज और उपकरणों को प्लास्टिक में लपेटकर सुरक्षित रखें। ट्रैफिक नियमों का पालन करें और सुरक्षित ड्राइविंग करें।
मानसून में सुरक्षा के टिप्स
घर की देखभाल: छत और दीवारों की सीलन को ठीक कराएं, ताकि पानी का रिसाव न हो।
पानी पीने की सुरक्षा: केवल उबला या फिल्टर किया हुआ पानी ही पिएं।
कपड़े: हल्के और सूती कपड़े पहनें, जो जल्दी सूख सकें।
बाहर खाने से बचें: सड़क किनारे बिकने वाले खाने से परहेज करें, जिससे फूड पॉइजनिंग का खतरा न हो।
इस सुहाने मौसम का पूरा आनंद लें, लेकिन इन सावधानियों का पालन कर खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखें।