प्रदेश में शुक्रवार को प्रयागराज, हाथरस, मुरादाबाद, फिरोजाबाद और अंबेडकरनगर में बवाल पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इसके बाद से अब तक 230 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। प्रयागराज से 68, हाथरस से 50, सहारनपुर से 51, मुरादाबाद से 25, फिरोजाबाद से आठ, तथा अम्बेडकरनगर से 28 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन सभी के खिलाफ पथराव, माहौल बिगाड़ने तथा लोगों को भड़काने में लिप्त होने का आरोप है। बवाल करने वालों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई लगातार चल रही है। एडीजी कानून व्यवस्था ने कहा कि अब माहौल शांत है। पूरी सुरक्षा तैनात है।
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अचानक नहीं बल्कि पहले से तैयार था हिंसा का प्लान, खूफिया तंत्र की जांचों से बड़े खुलासे नाबालिग आरोपियों के जिम्मोदार मां-बाप कानपुर हिंसा के बाद प्रयागराज की हिंसा में बड़ी संख्या में नाबालिग सामने आए। कानपुर हिंसा के दौरान जब वीडियो से पहचान हुई तो करीब 200 नाबालिग सामने आए। इसी तरह प्रयागराज में कुछ नकाबपोश हमलावरों ने आगजनी शुरू कर दी। जिसमें कई बच्चे भी घटनाओं को अंजाम देते दिखे। इस पर योगी सरकार ने कहा कि इसका परिणाम माता-पिता भुगतेंगे। आरोपियों के लिए बैठक में चर्चा होगी।
5 हजार आज्ञात पर एफआईआर दर्ज प्रयागराज हिंसा में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। एसएसपी अजय कुमार ने बताया कि करीब 5000 अज्ञात और 70 नामजद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी। वहीं, प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद अहमद उर्फ पंप को भी हिरासत में ले लिया गया है। वह पूरी हिंसा की योजना बनाने वाला बताया जा रहा है। उसके मोबाइल में कई अहम सबूत मिले हैं। उसकी बेटी दिल्ली में पढ़ती है। फिलहाल पुलिस उसकी भूमिका की भी जांच कर रही है।
मुख्य आरोपी के करीबी के घर पर चला बुलडोजर कानपुर के स्वरूप नगर बेनाझाबर स्थित मुख्य मार्ग केडीए का बुलडोजर चला। कानपुर हिंसा के आरोपी हयात जफर हाशमी के करीबी और फंड मैनेजर बताए जाने वाले इश्तियाक की 5 मंजिला इमारत है। मुख्य मार्ग पर बनी यह बहु मंजिली इमारत को गिराया गया। यह इमारत पूरी तरह से कमर्शियल है। जिसमें व्यापारिक गतिविधियां संचालित करने की योजना थी। सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। भारी संख्या में पुलिस फोर्स के साथ आरएएफ को भी बुलाया गया है। बीते 3 जून जुमे की नमाज के बाद नई सड़क पर बवाल हुआ था। जिसमें मुख्य साजिशकर्ता के रूप में हयात हाशमी का नाम सामने आया था।