प्राथमिक जांच के आधार पर पुलिस के अनुसार पथराव, तोड़फोड़ और आगजनी देखकर यह साफ है कि बवाल की रूपरेखा पहले से तैयार थी। यही वजह रही कि हमलावर न सिर्फ ईंट-पत्थर बल्कि पेट्रोल व बम लेकर आए। जुमे की नमाज के ठीक बाद बवाल होने से यह भी माना जा रहा है कि जानबूझकर साजिशन इस दिन को चुना गया। साजिशकर्ता ने घटना में युवा और बच्चों को निशाना बनाया। जुमे की नमाज के लिए मस्जिदों में बड़ी संख्या में जुटे लोगों का फायदा उठाया।
पुलिस की कार्रवाई से भड़की भीड़ में शामिल कुछ उपद्रवियों ने वाहनों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस प्रशासन के वाहनों के साथ ही निजी वाहनों पर भी पत्थर बरसाए गए। प्रयागराज के नूरुल्लाह रोड पर खड़े कई वाहनों को तोड़फोड़ के बाद नाली में धकेल दिया गया। इसी दौरान कुछ नकाबपोश हमलावरों ने आगजनी शुरू कर दी। इस दौरान सबसे पहले पेट्रोल छिड़ककर मुस्तफा कॉम्पलेक्स के पास खड़ी एक बाइक फूंक दी गई। इसी तरह सहारनपुर में आगजनी हुई।