भाजपा की दस साल की विफलताएं
अखिलेश यादव ने एक साक्षात्कार में कहा कि भाजपा ने पिछले दस वर्षों में बेरोजगारी और महंगाई को बढ़ाया है और इसके लिए उनके पास कोई जवाब नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा जनता को भावनात्मक मुद्दों के माध्यम से ठगती है और उनके इमोशन का फायदा उठाती है।
भाजपा की नीतियों की आलोचना
अखिलेश ने कहा कि भाजपा नौकरी देने की बजाय सालभर के लिए पांच हजार रुपये प्रतिमाह की इंटर्नशिप देने की बात कर रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को बर्बाद कर दिया है और भ्रष्टाचार चरम पर है। थाने अवैध वसूली और भ्रष्टाचार के अड्डे बन गए हैं। पुलिस ही पुलिस को अवैध वसूली में पकड़ रही है। स्मार्ट सिटी और अन्य योजनाओं पर हमला
अखिलेश ने कहा कि स्मार्ट सिटी के नाम पर जनता को धोखा दिया गया और बजट की लूट हो रही है। सड़कें बनते ही टूट जाती हैं। भाजपा ने पिछड़ों, दलितों को धोखा दिया और नौकरियों में आरक्षण नहीं दिया। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा ने सही तरीके से काम किया होता तो लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में हार नहीं होती।
सपा का पीडीए
सपा प्रमुख ने कहा कि सपा के पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) से कई पार्टियां चिंतित हैं। उन्होंने बताया कि माता प्रसाद पांडे को नेता विरोधी दल बनाने का फैसला सभी नेताओं के विचार-विमर्श से लिया गया, जिससे सबसे ज्यादा तकलीफ भाजपा को हुई। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद जिन लोगों को हक और सम्मान नहीं मिला, पीडीए उनकी लड़ाई है। पीडीए में पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक, आधी आबादी, आदिवासी और गरीब अगड़े सभी शामिल हैं।