ऐसा माना जा रहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्या अपने ने बेटे के लिए टिकट मांग रहे थे लेकिन भाजपा का रुख साफ न होने के चलते मौर्या ने इस्तीफा दे दिया है। बताते चलें कि स्वामी प्रसाद मौर्या की बेटी संघमित्रा मौर्या भी भाजपा के टिकट से सांसद हैं। मौर्या अपने बेटे के लिए भाजपसा से टिकट मांग रहे हैं। चर्चाएं तो यहां तक हैं कि स्वामी प्रसाद मौर्या का टिकट भी कटने वाला था इसी के चलते आगामा चुनाव के लिए आचार सहिंता लगते ही स्वामी प्रसाद मौर्या ने इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि क्षेत्र में सक्रिय न रहने के चलते क्षेत्र की जनता में नाराजगी थी। जिसके चलते इनका टिकट कटने वाला था।
प्रदेश के दिग्गज नेताओं में शामिल है मौर्या स्वामी प्रसाद मौर्या प्रदेश के दिग्गज नेताओं में शामिल है। ये तीन बार विधायक रहे चुके हैं और योगी कैबिनेट में श्रममंत्री थी। इससे पहले ये बसपा के बड़े नेता था। आज स्वामी प्रसाद मौर्या ने योगी कैबिनेट से इस्तीफा दे दी है। अपने इस्तीफे में स्वामी प्रसाद मौर्या ने लिखा है कि दूसरी विचारधारा के होने के वाबजूद भी मैंने पूरी निष्ठा के साथ भाजपा के साथ कार्य किया, लेकिन दलित, पिछड़ों व लघु एंव सूक्ष व्यावसाइयों की उपेक्षा के चलते अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं। खबर ये भी आ रही है कि कई अन्य बड़े नेता भी सपा में शामिल हो सकते हैं। चर्चाएं है कि आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी भी भाजपा मे शामिल हो सकते हैं साथ ही की अन्य विधायक भी भाजपा का पाला छोड़ सकते हैं।