कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा, “कांग्रेस पार्टी का इतिहास झूठ और भेदभाव से भरा है। लोगों को बांटकर सत्ता हासिल करना कांग्रेस की पुरानी परंपरा रही है। कांग्रेस ने 70 सालों तक पिछड़े, दलित और मुस्लिम वर्गों को सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया और उनके उत्थान के लिए कुछ नहीं किया।” राजभर ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी मुद्दों से भटक चुकी है और बेवजह की बयानबाजी कर रही है, जिससे देश का विकास बाधित हो रहा है।
इसके साथ ही, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने भी कांग्रेस के खिलाफ बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस का इतिहास सनातन धर्म को चोट पहुँचाने का रहा है। उन्होंने कहा, “सनातन धर्म भारतीय संस्कृति का आधार है, और कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा इस पर हमला करना एक साजिश के तहत हो रहा है। कांग्रेस को इस बयान के लिए पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।”
पाठक ने आगे कहा कि सनातन धर्म में क्या साधु-संत पहनेंगे, यह कांग्रेस तय नहीं कर सकती। धर्म और संस्कृति में हस्तक्षेप करना कांग्रेस की आदत बन चुकी है।
कांग्रेस के खिलाफ अपने बयान में ओम प्रकाश राजभर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हमेशा से ही समाज में विभाजन किया है और उनके इतिहास में बार-बार झूठ बोलने और सत्ता के लिए समाज में भेदभाव फैलाने के उदाहरण मिलते हैं। राजभर के मुताबिक, कांग्रेस आज भी अपने पुराने तरीकों पर चल रही है, जिसका प्रमाण उनके बयानों से मिलता है।
इस बयानबाजी से राजनीति में हलचल मच गई है और कांग्रेस के इस बयान पर अन्य पार्टियों के नेता भी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। ओम प्रकाश राजभर और ब्रजेश पाठक की इस तीखी प्रतिक्रिया से यह साफ हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी दल इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस के खिलाफ आक्रामक रणनीति अपनाने वाले हैं।
विपक्षी दलों द्वारा सनातन धर्म पर की गई टिप्पणियों पर बीजेपी का रुख स्पष्ट है कि वह सनातन धर्म पर कोई भी अपमानजनक बयान बर्दाश्त नहीं करेगी। वहीं, राजभर ने कांग्रेस के 70 सालों के शासन काल का जिक्र करते हुए कहा कि सत्ता में रहते हुए कांग्रेस ने दलितों, पिछड़ों, और मुस्लिमों के साथ छल किया और उन्हें धोखा दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल सत्ता के लिए लोगों को बांटने का काम करती आई है और आज भी यही कर रही है।